चौबीस खंबा
उज्जैन 02 अक्टूबर। स्थापत्य डिजाइन, चौबीस अलंकृत स्तंभों में से नौवीं या दसवीं शताब्दी ए.डी. देवी देवताओं की दो प्रतिमाएं द्वार के दोनों ओर एक-एक महामाया और महालया स्थापित हैं।
राम-जनार्दन मंदिर
राम-मंदिर में भगवन राम , लक्ष्मण और सीता और जनार्दन-मंदिर में जनार्दन-विष्णु की रचना सत्रहवीं शताब्दी की है। दोनों मंदिर अपनी संरचनात्मक कला की दृष्टि से आकर्षक रूप प्रस्तुत करते हैं। इन मंदिरों का निर्माण राजा जयसिंह ने सत्रहवीं शताब्दी में करवाया था। अठारहवीं शताब्दी में मराठा काल में बाद में चारदीवारी और टैंक को जोड़ा गया था।
दोनों मंदिरों की दीवारों पर मराठा चित्रों के सुंदर उदाहरण देखने को मिलते हैं। जनार्दन मंदिर के सामने दोनों मंदिरों के साथ-साथ तालाब के पास कुछ पुराने चित्र स्थापित देखे गए हैं जो मूर्तिकला की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
तालाब के पास गोवर्धनधारी कृष्ण की छवि ग्यारहवीं शताब्दी की है। असेम्बली हॉल और राम-मंदिर के इंटीरियर के बीच स्थापित विष्णु की छवियां दसवीं शताब्दी की हैं और ब्रह्मा, विष्णु और महेश की छवियां बारहवीं शताब्दी ईस्वी की हैं।