फैक्ट्री जलकर हुई खाक , मालनपुर के अलावा अन्य स्थानों से बुलाई फायर ब्रिगेड गाडियां वमुश्किल से आग पर पाया काबू
कुशल जैन तहसील पत्रकार मालनपुर जिला भिंडमालनपुर-
मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित विक्रम आर्या (प्रिया गोल्ड) बिस्किट फैक्ट्री में रविवार की अल सुबह भीषण आग लग उठी।
देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और आग की लपटे उठने लगी धुएं के गुब्बारे दूर से ही दिख रहे थे l अग्नि दुर्घटना में एक श्रमिक की दम घुटने से मौत हो गई l आग रविवार अल सुबह करीब चार बजे लगी, आग की लपटे उठते देख फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई। जानकारी मिलते ही तुरंत मालनपुर फायर
पुलिस स्टेशन प्रभारी निरीक्षक सतीश चतुर्वेदी अपनी टीम के साथ फायर ब्रिगेड गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए ,जब आग पर काबू नहीं हो सका तो मालपुर नगर परिषद मो नगर परिषद ,गोहद नगर पालिक , गोरमी नगर परिषद,एवं नगर निगम ग्वालियर, ग्वालियर एयर फोर्स से फायर ब्रिगेड गाड़ियों को बुलाना पड़ा l पता चलते ही मालनपुर
थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार सोनी भी पुलिस वल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को घटना से अवगत कराया l आग पर काबू करने जेसीबी से फैक्ट्री की दीवारों को तोड़ा गया, तब कहीं जाकर करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाया,घटना का पता चलते ही तहसीलदार राकेश श्रीवास्तव, राजस्व निरीक्षक नरेंद्र सिंह
सिकरवार, पटवारी संजय शर्मा ,पटवारी आदित्य सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को अवगत कराया कुछ ही देर बाद भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव गोहद, एसडीएम पराग जैन भी फैक्ट्री पर पहुंचे और फैक्ट्री का निरीक्षण किया कलेक्टर करीब 4 घंटे तक घटनास्थल पर रुके रहे
जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक ने भी फैक्ट्री का निरीक्षण किया l घटना की जानकारी मिलते ही गोहद विधायक केशव देसाई ने भी फैक्ट्री का निरीक्षण किया और घटना के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली तो वहीं उन्होंने फोन पर निरीक्षक मुरारी सिंह
नरवरिया को कड़ी फटकार लगाई और नाराजगी जाहिर की उन्होंने कहा कि फैक्ट्री में बग़ैर रजिस्ट्रेशन के कैसे ठेका संचालित हो रहे थेl मृतक श्रमिक का पी एफ क्यों नहीं काटा जा रहा था उन्होंने कहा कि मैं इस संबंध में कलेक्टर से मिलकर बात करूंगा l
फैक्ट्री के अंदर दम घुटने से हुई है श्रमिक की मौत फैक्ट्री प्रबंधन ने बताया था कि सभी कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि, दमकल कर्मचारियों को आग बुझाते समय एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला था।
उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने एक श्रमिक की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में करोड़ों का नुकसान हुआ है।
अचानक आग लगने के कारणों की जांच प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन कर रहे हैं। मालनपुर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं।मृतक श्रमिक रात्रि शिफ्ट में कर रहा था काम, ओवर टाइम भी कराया जा रहा
थाजानकारी के अनुसार मृतक श्रमिक रात 7 बजे से सुबह 7 बजे तक की नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कर रहा था। दोपहर करीब डेढ़ बजे 1 बजे के आसपास फायर कर्मियों को आग बुझाते
समय सूरज पुत्र देशराज वाथम उम्र 23 वर्ष निवासी आलमपुर फैक्ट्री के अंदर अचेत अवस्था में मिला जिसे असपताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत् घोषित कर दियाl
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी निष्क्रिय, घोर लापरवाही के कारण गई श्रमिक की जानकारखाने में कार्यरत श्रमिक सुरक्षा के लिए औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किए गए हैं और कारखाने में श्रमिक सुरक्षा नियम लागू कराते है
इन्हीं की जिम्मेदारी बनती है कि इतनी बड़ी फैक्ट्री और श्रमिक सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी के संरक्षण में फैक्ट्री संचालित हो रही थी और जानबूझकर श्रमिकों की जान जोखिम में डाली जा रही थी
अगर समय रहते पुलिस फायर कर्मी मौके पर नहीं पहुंचते तो बहुत बड़ी जनहानि हो सकती थी lश्रम अधिकारियों की भी रही है लापरवाही ,श्रम अधिकारी और फैक्ट्री प्रबन्धन भी श्रमिक की मौत के जिम्मेदारश्रम महकमें में बैठे अधिकारी भी घृत राष्ट् बनकर श्रमिकों का शोषण देखते रहते हैं l
मृतक श्रमिक ठेका श्रमिक बताया जा रहा है जबकि प्रिया गोल्ड फैक्ट्री में कोई भी ठेकेदार रजिस्टर्ड नहीं है और ना ही उनके पास कोई वेद वैध लाइसेंस है, बावजूद भी डंके की चोट पर ठेकेदार श्रमिकों को फैक्ट्री में लगा रहे थे और 12/12 घंटे काम कराकर शोषण कर रहे थे l
यह सब सिस्टम श्रम अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहा है बावजूद भी वह कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैंl श्रम अधिकारी की लापरवाही के चलते बीते महीने भिंड कलेक्टर ने मालनपुर में जनसुनवाई के दौरान श्रम अधिकारी मुरारी सिंह नरवरिया को निलंबित कर दिया था
बावजूद भी उन्हें किसी का भय नहीं हैlइतनी बड़ी फैक्ट्री न श्रमिक सुरक्षा के इंतजाम ,ना अग्निशमन यंत्र, सब अधिकारियों की सांठ गांठनियमानुसार कारखाना प्रबंधन अग्नि दुर्घटनाओं से निपटने के लिए अनुभवी फायर अधिकारी रखते हैं
ताकि समय रहते दुर्घटना पर काबू पाया जा सके और समय-समय पर फायर सुरक्षा कर्मियों से कारखाने में डेमो भी कराते रहते हैं, लेकिन इतनी बड़ी प्रिया गोल्ड में कोई भी फायर कर्मचारी नियुक्त नहीं था और नाहीं अग्नि सुरक्षा को लेकर कोई
इंतजाम थे ,अगर अधिकारी समय रहते ध्यान देते तो इतनी बड़ी दुर्घटना होने से बचाई जा सकती थी ,और एक मां के बेटे को भी बचाया जा सकता था l अब जिम्मेदार अधिकारी जिम्मेदारी से बच रहे हैं|