फ़ोटो- कार्यकर्ताओं को देखकर हंसी भी नही रोक पाते समंदर
कबीर मिशन समाचार।
जावद। जावद विधानसभा प्रत्याशी समंदर ने राजनीति को बनाया खेल, कांग्रेस से भाजपा फिर भाजपा से कांग्रेस, बाहरी ने स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के बरसों की मेहनत पर पानी तो फेर दिया। लेकिन टिकट लेने के बाद भी अभी तक लोगों के दिलों में जगह नहीं बना पाए हैं। गांव गांव में जनसपंर्क तो कर रहे हैं श्री पटेल, परन्तु परिणाम तो पता चल ही जायेगा। क्योंकि घर आए मेहमान को तो सभी भारतीय सम्मान ही देते हैं। और उनकी हाँ में हाँ मिलाते हैं। इतना तो जनता को भी पता है कि चुनाव आते ही नेता सक्रिय हो जाते हैं। फिर 5 सालों तक दर्शन मात्र भी नही होते। जनता तो यह भी जानती हैं कि जिसको मन से बोलना नही आता वह क्या जावद का विकास करेगा। और क्या जनता की आवाज को विधानसभा में उठा सकेगा? जिसकी खुद की आवाज नही निकलती हो। टीप टीप कर भाषण देने वाले नेता क्या जावद के मुद्दों को जानेंगे। जावद विधानसभा के प्रत्याशी बने पटेल ने ठीक से जावद ही नही देखा। बाहरी नेता बाहर से चुनाव लड़ने आए हैं यह जावद की जनता को भली भांति पता है। तूफानी जनसपंर्क जब होता हैं तब स्थानीय कार्यकर्ता साथ मे चले, नाही भाड़े के बुलाये गए बाहरी कार्यकर्ता। सभी को यह ज्ञात है कि समंदर पटेल ने अपने अमीरी से टिकिट तो खरीद लिया हैं मगर मतदाता को नही खरीद पाएंगे। जावद में पटेल का विरोध सातवे आसमान पर है। बीते दिनों राजकुमार अहीर, सत्यनारायण पाटीदार, बालकिशन धाकड़ ने कार्यकर्ताओं का एक विशाल सम्मेलन भी आयोजित किया था। कार्यकर्ताओं में भारी विरोध देखने को मिला। बाहरी नेता नही चलेगा की नारेबाजी कर समंदर के पुतले के जूते मारते हुए आग के हवाले कर दिया। इससे यह प्रतीत होता हैं कि जावद की जनता, कांग्रेस कार्यकर्ता समंदर के विरोध में है।