फूप, पीले वस्त्र धारण किए हुए महिलाएं व उनके सिर पर रखे कलश। गूंजते भजन और जयघोष। यह माहौल था विशाल कलश यात्रा का, जिसमें बैंड बाजों के साथ 201 महिलाएं कलशों के साथ शामिल थीं। इस कलश यात्रा के साथ ही फूप नगर में फोफटी माता मंदिरश्रीमद् भागवत सप्ताह का शुभारंभ हो गया, रविवार को फोफटी माता मंदिर से शुरू हुई यह कलश यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई पहुंची। उसके बाद श्रीमद् भागवत सप्ताह का शुभारंभ पहले दिन की कथा में व्यासपीठ से कथावाचक पं. श्री श्री 108 संत श्री प्रशांत जी महाराज ने कहा है प्रभु भक्तों के प्रेम के भूखे हैं ।
प्रभु प्रेम का सर्वोत्तम माध्यम श्रीमद्भागवत है। इसका आस्था के श्रवण करने में मुक्ति अवश्य मिलती है। श्रीमद्भागवत हमे जीवन जीने की कला सीखाती है। पुरुषों के द्वारा भजन कीर्तन के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश व भागवत महापुराण को धारण की हुई लंबी कतारबद्ध कलश यात्रा में शामिल हुई। कलशयात्रा के बाद रविवार को पं. श्री श्री संत श्री प्रशांत जी महाराजके मुखारवृन्द से शिव पुराण कथा से श्रीमद्भागवत की शुरुआत हुई जिसमे यज्ञ का समय सुबह 7 से 9 बजे तक रहेगा तथा भगवत कथा व्यास का समय सुबह 11.30 से 5.00 बजे तक रहेगा जिसमे शिव पुराण का समय दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक है