कबीर मिशन समाचार।
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी, आखिर कब तक बंद रहेगी कृषि मंडी
नीमच। जो मुख्यमंत्री खुद को किसान का बेटा कहते नहीं थकते वे पिछले 10 दिनों से किसान की सुध लेने को तैयार नहीं हैं। कृषि उपज मंडियां बंद हैं ऐसे में न केवल किसान बल्कि व्यापारी और हजारों श्रमिक वर्ग भी पीड़ा भोगने को मजबूर हो रहे हैं।
इस आशय का आरोप लगाते हुए किसान नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य उमरावसिंह ने एक बयान जारी कर बताया कि केवल नीमच मंडी की बात करें तो हजारों किसान रोजाना अपनी उपज लेकर यहां विक्रय करने आते हैं। लेकिन बीते कई दिनों से किसान उपज न बिकने के कारण अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आर्थिक व्यवस्था तक नहीं जुटा पा रहे हैं।
दलहन तिलहन का व्यापार करने वालों पर अतिरिक्त कर लादकर मप्र की भाजपा सरकार ने व्यापारियों को संकट में ला दिया है। मजबूर व्यापारी अब अपनी वाजिब मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में व्यापारियों को अपना कारोबार बंद करना पड़ा है। इन हालातों के चलते न केवल किसान और व्यापारी, बल्कि हम्माल, माल लदान वाहन चलाने वाले, तुलावटी सहित श्रमिक वर्ग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। यही नहीं लाखों रुपये के राजस्व का भी रोजाना नुकसान हो रहा है। भाजपा और शिवराज सिंह चौहान खुद को गरीब, किसान और हर वर्ग के हित चिंतक बताते ढिंढोरा पीट रहे हैं जबकि बंद मंडियों, व्यापारियों, किसानों और श्रमिक वर्ग की पीड़ा उन्हें अब दिखाई नहीं दे रही। उमरावसिंह ने कहा कि जल्द दलहन तिलहन व्यापारियों की समस्या का निराकरण कर मंडी कारोबार प्रारंभ नहीं करवाया गया तो कांग्रेस द्वारा किसानों, व्यापारियों और मंडी से जुड़े समस्त श्रमिक वर्ग के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।