नीलम अंबेडकर सोनीपत हरियाणा
अभी 2 दिन पहले ही एक प्रशासन के सामने एक कैसे निकाल कर आया है जिसमें एक नवयुवक की हत्या हुई है
,या उसने आत्महत्या की है, की गुत्थी को सुलझाया जा रहा है। युवक का नाम दीपक है। वह हिसार के कोपड़ा गांव का रहने वाला था। उसकी माताजी ने जानकारी दी कि हमारा बेटा बाहर से घूम फिर कर घर पर आया था और अपने भाई के साथ खेल मोबाइल में गेम खेल रहा था तभी उसे किसी का फोन आया

और वह वापस चला गया लेकिन उसके बाद वह लौट कर ही नहीं आया तो मैं भी सोचा की रात का टाइम था तो वह आज वापस आ गया होगा और घर जाकर सो गया होगा लेकिन जब मैं सुबह उठकर देखा तो दीपक वहां पर नहीं था तब मैंने सबसे पूछा तो किसी को भी उसके बारे में जानकारी नहीं थी। दीपक के माता
जी ने बताया कि उसका उनका बेटा पढ़ने लिखने में बहुत होशियार था और उसने 12वीं तक पढ़ाई की थी और साथ में ही कंप्यूटर कोर्स भी कर रहा था। आसपास की महिलाओं ने भी यही जानकारी दी। लेकिन किसी को भी यह पता नहीं है कि दीपक को किसका फोन आया था उसके बारे में अभी जानकारी निकाली जा रही है
या पता भी लगाया जा चुका होगा पर उसने हत्या किया आत्महत्या की इसकी को गुत्थी सुलझाई नहीं गई।दीपक की की बॉडी बाढ़ के पेड़ पर लटकी हुई मिली है यानी कि उसे मारकर लटकाया गया या पहले लटकाया गया इसका अभी पता नहीं लग पाया है। सुनने में तो यह भी आया है कि इससे एक दो
साल पहले भी दीपक के चचेरे भाई की हत्या की गई थी। और इस बार दीपक के साथ भी वही हादसा हुआ है।जानकारी के अनुसार यह भी पता चला है कि से पहले दीपक किसी शादी में गया हुआ था और वापस घर लौटा था तो कुछ ही देर बाद उसे किसी का फोन आया था और वह फोन के बाद ही मैं घर से चला गया था
लेकिन फिर वापस लौटा ही नहीं था। जब दीपक रात को लौटकर नहीं आया तो दीपक की मां ने सोचा कि वह अपने दोस्तों के घर पढ़ाई के लिए रुका होगा और वही सो गया होगा तो यह सोचकर उन्होंने ज्यादा किसी से पूछताछ भी नहीं की।
जिसका अब उन्हें बहुत पछतावा हो रहा है। दीपक की मां ने बताया कि उनके गांव का ही कोई पहलवान है जो उनकी जान पहचान का हो तो वही उनको बताने के लिए आया था तभी दीपक के परियोजनाओं को दीपक की मौत के बारे में खबर मिली।
दीपक की माने बताया कि वह कोई नशे पते भी नहीं करता था फिर भी उसकी लाश के पास है नशे पते की चीज रखी गई है। दीपक की मां का और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और उन्होंने कहा है कि कि जब तक मेरे बेटे को नए
नहीं मिल जाता या जब तक उसका कातिल नहीं पकड़ा जाता तब तक हम अपने बेटे का संस्कार नहीं करेंगे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने का काम कर रही है।