कबीर मिशन समाचार
दिल्ली। पिछले दिनों हुए कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुख और गुस्सा जताया है। PTI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो इस घटना से ‘स्तब्ध और भयभीत’ हैं। राष्ट्रपति ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताते हुए कहा कि अब बहुत हो गया, एक सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों के साथ ऐसी बर्बरता बर्दाश्त नहीं कर सकता राष्ट्रपति मुर्मू ने निर्भया कांड का भी किया जिक्र
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि समाज को ईमानदार और निष्पक्ष आत्मनिरीक्षण की जरूरत है।
हमें खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने चाहिए। उन्होंने कहा कि अक्सर एक ‘घटिया मानसिकता’ महिला को एक कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान समझती है। उन्होंने निर्भया कांड का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 12 सालों में ऐसे अनगिनत बलात्कार हुए हैं जिन्हें समाज भूल चुका है। राष्ट्रपति ने इसे ‘सामूहिक भूलने की बीमारी’ बताया और कहा कि यह बेहद निंदनीय है।बेटियों-बहनों के साथ बर्बरता बर्दाश्त नहीं मगर आज तक न ही प्रधानमंत्री और न ही गृहमंत्री न ही राष्ट्रपति ने आज तक मणिपुर, हाथरस कांड पर आज तक एक शब्द बोला आखिर क्या कारण रहा या सिर्फ उन्ही राज्यों में हुए कांड पर सबकी आंखें और जुबान खुलती है
जिस राज्य में बीजेपी की सरकार नही है हमारे प्रतिनिधियों को सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए चाहे वहां कोई भी राज्य हो चाहे घटना कहीं पर भी हो ना की पक्षपात करके आगे राष्ट्रपति ने कहा की अब समय आ गया है कि भारत अपने इतिहास का ईमानदारी से सामना करे। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां कोलकाता में छात्र, डॉक्टर और नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं।यह घटना हमें स्तब्ध और भयभीत करती है। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों के साथ इस तरह की बर्बरता बर्दाश्त नहीं कर सकता।