राजगढ़- सुशीला पिता रामनारायण जी वर्मा, जाति चमार आयु 20 वर्ष, निवासी ग्राम पीपलहेला, तहसील ब्यावरा, जिला राजगढ़ जो कि अनुसूचित जाति की वर्ग से है, को गाँव के ही कुछ दबंगो द्वारा जातिवाद करते हुए पानी की पाईपलाईन के उपर जबरन विवाद कर प्रार्थिया के साथ मार-पीट करने तथा पुलिस में रिपार्ट करने के बाद भी पुलिस द्वारा आरोपीगण के साथ मिलकर कोई कार्यवाही न करने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई है। गाँव की कुन्डी से एक पाईपलाईन जो के केवल अनुसूचित समाज हेतु पानी भरने व उपयोग उपभोग करने हेतु उपलब्ध है।
रोज की तरह ही पानी भर कर अपनी भैसो को पानी पिला रही थी तब ही वह अचानक से आरोपीगण क्रमशः रामचन्दर पिता सरलाल नागर, संजू पिता रामचन्दर नागर, भगवान सिंह पिता रामचन्दर नागर, तीनों वहा मौके पर आए और मुझे पानी पिलाता देख आपत्ति करते हुए मुझे गन्दी गन्दी जाति विशेष संबंधित तथा माँ-बहन की गालिया देने लगे और जब मेरे द्वारा विरोध किया गया तो आरोपी क्र.02 ने आओ देखा न ताओ मुझे लकड़ी / किमड़ी उठाकर मारने लगा और उसका साथ देते हुए आरोपी क्र.01 व 03 ने मुझे थप्पड़ मारना शुरु कर दिए। जिसमे मुझे गंभीर रूप से चोट भी आई तथ मेरे द्वारा प्रर्थना करने पर भी मुझे मारते ही रहे। यह कि उक्त घटना के बाद मेरे द्वारा इसकी रिपोर्ट देहात थाना ब्यावरा में भी की गई। जिसकी एफ.आई.आर. देहात थाना ब्यावरा में की गई। पुलिस द्वारा धारा 294, 506, 323, 34, सहित एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया। साथ ही थाना ब्यावरा से मुझे न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया गया था।
लेकिन आरोपीगण के राजनैतिक दबाव व पैसों की गर्मी के कारण थाने वालो ने भी उनके साथ कपट संधी कर ली है। यह कि मेरे द्वारा रिपोर्ट किए हुए 01 सप्ताह से भी अधिक समय हो गया है लेकिन आरोपीगण बिना किसी डर के खुले घूम रहे है और मुझे व मेरी समाज के कमजोर लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे है और कहते है कि रिपोर्ट वापस नहीं ली तो एक-एक को काट देंगे। जो बने कर लेना हर जगह पैसा चलता है और हमारी जमीन मे घुस मत जाना। जिस कारण गाँव के सभी लोग भयभीत है और जान-माल की हानि का खतरा बना हुआ है। जिस कारण मेरा पूरा परिवार व समाज के लोग मानसिक दबाव में हैं। कभी भी घात लगाकर जानमाल की हानि पहुचा सकते है। जिस कारण हम पुलिस से सुरक्षा भी प्रदान कराएं।