कबीर मिशन समाचार।
सारंगपुर। दमोह जिले के देवरान गांव में 3 दलितों की निर्मम हत्या के विरोध में आज समस्त एससी एसटी वर्ग के नेतृत्व में सम्पूर्ण दलित समाज में आक्रोश है। मामला दिनाँक 25/10/22 को दमोह जिले के देवरान गांव में रविदास समाज के अहिरवार परिवार पर गांव के दबंग जगदीश, लग्गी, कोदूलाल, घनश्याम, वंदना सहित एक दर्जन से अधिक लोगों द्वारा रविदास परिवार पर हमला कर अंधाधूंध गोलियां चलाई। जिससे लकवा ग्रस्त 60 वर्षीय घमंडी अहिरवार और उनकी पत्नी राजप्यारी अहिरवार व उनके पुत्र माणक लाल अहिरवार की मौत हो गई । और परिवार का एक सदस्य महेश अहिरवाल गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस हत्याकांड के बाद दमोह जिला प्रशासन ने एफआईआर में 7 नामजद आरोपी बनाएं जबकि मारने वाले 18 आरोपी थे। शेष पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। जबकि पीड़ित परिवार का कहना हैं कि घटना स्थल पर गोलीबारी करने वाले और हमला करने वाले कुल 18 लोग थे। दबंगों के दबाव प्रभाव के कारण जिला पुलिस ने 18 आरोपियों की संख्या कम कर 7 पर एफआईआर दर्ज कर इति श्री कर ली, और मृतक परिवार को मुआवजे के नाम पर सिर्फ 8 लाख 25 हजार रूपए देने का वादा कर इति श्री कर ली।
जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार पीड़ित परिवार को 28,75000 (अठाईस लाख पिचहतर हजार रूपए) मिलना चाहिए थे उक्त मामले में दमोह जिला पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ़्तार कर रासुका की कार्यवाही की जाए । दबंगों द्वारा इस पूरे मामले को तोड़ मरोड़ कर छेड़छाड़ का विवाद बना दिया गया है जो की पूरी तरह झूठा है पीड़ित परिवार को अपने घर से बेदखल अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया।
भीम आर्मी आन्दोलन कारियों ने पीड़ित परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की साथ ही इस प्रकरण को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की अपील की। घटना को लेकर आज सारंगपुर में एसडीएम सारंगपुर के द्वारा राज्यपाल व राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन का वाचन भीम आर्मी तहसील अध्यक्ष राजेश वर्मा ने किया। ज्ञापन देने एक दर्जन युवा शामिल हुए। तहसील अध्यक्ष राजेश वर्मा, गोकुल मालवीय, रामप्रसाद वर्मा, बनवारी मालवीय, दिनेश मालवीय, कमल मरमट, रामेश्वर मालवीय पत्रकार, लखन मालवीय, लखन वर्मा, करण, अरूण वर्मा आदि सहित भीम आर्मी के कई युवा शामिल रहे।