व्यापारी गोतम चाणोदीया का आरोप जबरन मेरी सीमा मे रास्ता किया जा रहा है,
अनावेदक बार बार शासन प्रशासन को गुमराह कर रहा है ? कभी रास्ता खुलवाने का आदेश करवाता है तो कभी उसी आदेश को निरस्त किया जाता है?वहीं कृष्णचंद्र चौधरी ने आरोपो को नकारते हुवे कहा कि मुझे एस डी एम साहब के कार्यालय से सरकारी जमीन से रास्ता मिला?अब कौन सही?कौन गलत ? प्रशासन के लिये जांच का विषय?तो वहीं ताल तहसीलदार पारसनाथ मिश्रा का कहना है कि मामला न्यायायल मे चल रहा है?
गोवर्धन परमार
कबीर मिशन
जिला ब्युरो चीफ (रतलाम )
9009559097
रतलाम जिले के ताल तहसील के किसान एवं व्यापारी गौतम चाणोदीया निवासी-,ताल का तथाकथित रूप से आरोप है कि उनकी जमीन ताल के बिजली ऑफिस कार्यालय के पास स्थित है जिसमे अनावेदक कृष्णचंद्र चौधरी निवासी ताल आदि द्वारा बार बार प्रशासन एवं अधिकारीगण को गुमराह करते हुवे नये नये रास्ते कायम करवाने का प्रयास कर उनकी नीजि जमीन की फसल को क्षति न पहुंचे जिस कारण लगाये हुवे गेट की यथास्थिती बनाये रखना चाहते है।
परंतु अनावेदक जबरन रास्ता कायम करना चाहता है जिस पर अनावेदक कृष्णचंद्र चौधरी निवासी ताल ने उक्त आरोपो को नकारते हुवे कहा कि मुझे एसडीएम साहब आलोट ने सरकारी जमीन मे से मेरी जमीन पर आने जाने के लिये रास्ता दिया है। और जो भी आरोप लगाये गये है वे गलत है।
किसान एवं व्यापारी गौतम चाणोदीया निवासी-श्रीराम मार्केट के पास,ताल ने कबीर मिशन जिला ब्युरो चीफ गोवर्धनलाल परमार को जानकारी देते हुवे आरोपल लगाते हुवे बताया कि उनकी नीजि कृषि खाता भुमि कस्बा ताल की सीमा मे भुमि स्थित होकर करीबन 27 ’-28 सालों से मेरा स्वत्व स्वामीत्व एवं आधिपत्य चला आ रहा होकर विधिवत राजस्व रेकार्ड मे दर्ज कागजात होकर भुमि स्थित है ,भुमि विद्युत्त मण्डल कार्यालय के समीप स्थित है किंतु आपने आरोप लगाते हुवे बताया कि तथाकथित रूप से अनावेदक कृष्णचंद्र पोरवाल निवासी ताल जो स्वंय एक व्यापारी एवं किसान है की भुमि जिस पर आने जाने का रास्ता ताल जावरा रोड के समीप स्थित ग्राम भैसाना के रास्ते होटल मयुरी के सामने से होकर वर्षो पुराना रास्ता स्थित है
एवं इसके अलावा भी कस्बा ताल की सीमा मे स्थित अम्बे माता जी मंदिर के पिछै भैसाना गाडी गडार मार्ग वर्षो पुराने है परंतु जानबुझकर अनावेदक कुछ लोगों से तथाकथित रूप से मिलकर बार बार शासन प्रशासन को गुमराह करते हुवे कतिपय लोगो से तथाकथित रूप से मिलकर अपनी जमीन के लिये नये नये रास्ते कायम करवाना चाहता है जैसे कि कभी सरकारी बालक बडा स्कुल ताल की भुमि मे से तो कभी अन्यत्र से ।पहले रास्ता चालु करवाने का आदेश करवा लेता है जिसके अनुसार ताल तहसील के कार्यालय मे प्रकरण क्रमांक 7/अ-13/2021 दिनांक 30/01/2021 को आदेश रास्ता खुलवाने का जारी करवाते है तो फिर अधिकारीगण उक्त आदेश को पुनः आदेश को निरस्त करते है जिसकी छाया प्रतियां इस जिला ब्युरो चीफ को आपने उपलब्ध कराई है।
आपने आगे आरोप लगायाकि तथाकथित रूप से कुछ लोगों से मिलकर पुनः तथाकथित रूप से स्थानिय एवं वरिश्ठ अधिकारीगण को अनावेदक ने गुमराह करते हुवे मेने जो मेरी जमीन की फसल की सुरक्षा के लिये लोहे का गेट 20 फीट चोडा बनवा रखा था जो कि करीबन 20 फीट चौडा बनवा रखा था कि मुझे बिना किसी लिखीत सुचना के दिनांक 10 जुन को प्रातः10 बजे उक्त गेट को जबरन बलपुर्वक जेसीबी मशीन से तुडवाते हुवे बार बार मुझे अकारण परेशान किया जा रहा है।आपने उक्त संपुर्ण मामले मे बताया कि उनके अधिवक्ता महोदय द्वारा न्यायालय मे प्रकरण लगाया जाकर शिकायते भी की हुवी है।आपने बताया कि मेरी फसल को नुक्सान हो सकता है जिस कारण गेट की यथास्थिती बनी रहे।
व आपने पुरे मामले मे जांच कराते हुवे उचित कार्यवाही की मांग करते हुवे जिला कलेक्टर रतलाम से मांग की है कि वास्तवीक रास्ता जो मयुरी होटल के सामने से हे वहीं से उसे रास्ता दिया जावे।वहीं उक्त संपुर्ण आरोपेा को लेकर कृष्णचंद्र चोघरी निवासी ताल से आपका संपुर्ण मामले मे एवं आरोपो को लेकर आपका पक्ष जानना चाहा तो आपने बताया कि मुझे मेरे खेत पर आने जाने के लिये सरकारी जमीन मे से रास्ता एस डी एम साहब आलोट ने दिया है।वहीं कृष्णचंद्र चोधरी से कैमरे के सामने कुछ कहने का कहने पर आपने स्पष्ट रूप से केमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया?
वहीं उक्त मामले मे ताल तहसीलदार पारसनाथ मिश्रा ने बताया कि उक्त रास्ता संबंधित मामला न्यायालय मे चल रहा है।वर्तमान मे हम कोई कार्यवाही नहीं कर सकते है?हमे रास्ता खुलवाने का आदेश मिला था,रास्ता खुलवा दिया है।
अब देखने वाली बात है कि उक्त रास्ते संबंधित तथाकथित मामले मे जिला कलेक्टर रतलाम क्या संज्ञान लेते है?फिलहाल तो ताल नगर के दो किसान जो कि दोनेा व्यापारी है ?रास्ते के मामले को लेकर आमने सामने खडे है?