प्रदेश सरकार भले ही गरीबों को पीएम भावास दिलाकर ज्ञाभान्वित करने का दाच्य कर रही है। लेकिन अभी भी बहुत से असाबिक गरीब परिवार इस योजना से वंचित है। कान में झोपडी व कच्चे मकानों में रहने को मजबूर हैं। बारिश से बने के ग्लिए, इन परिवारों को पालधिन या दूसरे के हतका सहारा लेना पड़ रहा है।
गई लेकिन भाज तक आवास नहीं मिला है। श्रीमती विद्या देवी का कहना है कि गांव में पात्रों का सर्वे हुआ था जिसमें नाम भेजा गया था। इसके बाद में उन्हें आवास का शाभ नहीं मिला है। बिना आवास श्रीमती विद्या देवी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बर हकीकत अटेर विकास खंड के ग्राम पंचायत परियाय के ग्राम परियय का गांव की है। ग्राम परियाए के निवासे नाथू राम आवास से वंचितों में से एक है। पत्नी रामा देवी बीमारी के चलते सन 2016 से बिमारी से ग्रसित रहती हैं उनके जस जमीन भी नहीं है
देखो आज भी झोपड़ी बनाकर जीवन यापन कर रहे है। छत के नाम पर कुछ भी नहीं है। और थोड़ी सी बारिश के बाद झोपड़ी में चारों और पानी टपकने लगता है। इस दौरान सामान भी भीग जाता है। श
गांव वालो ने बताया कि वह बेहद गरीब हैं। जमीन ना होने के कारण व पति मजदूरी कर जैसे तैसे तेसे भरण पोषण कर रहे है। उनका कहना कि कई बार प्रधान से आवास की मांग की
ने बताया कि ग्राम में अन्य लोगों के पास जर्मन है और पक्के मकान बने हैं उन्हें भी प्रधानमंत्री आवा योजना का लाभ मिला है और इसमें सरपंच और सचिव दोनों की मिलीभगता है कई आर सरपंच और सचिव से आवास के बारे में बात की तब सरपंच और सचिव ने बताया कि आप चिंता मत करो आपको आवास जरूर मिलेगा लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला।
पीड़ितों का कहना हैं अगर कुछ कुछ भी जान मॉल को नुकसान हुआ तो सरकार होगी जिम्मेदार