दतिया से नगर संवाददाता विकास वर्मा की रिपोर्ट
पुलिस थाने में आप जाओगे तो 24 घंटे की ड्यूटी मिलेगी, अस्पताल में जाओगे तो इमरजेंसी में डॉक्टर उपलब्ध मिलेंगे, माननीय प्रधानमंत्री जी ने पशुधन के लिए काफी योजना चलाई जहां पर काफी सारे डॉक्टर एवं नर्स रखे गए है नर्स रखे गए है लेकिन मोदी जी की इस योजना की तहत जो लोग नौकरी पर लगाए गए है उन्होंने सारी योजनाओं की धज्जियां उड़ा दिए एक आदमी 2 घंटे से अस्पताल में बैठा हुआ है।
पशु चिकित्सालय में बैठा हुआ है जब मुझे जानकारी मिली तो मैं तत्काल अस्पताल पहुंचा तब उस व्यक्ति ने जानकारी दी 2 घंटे से में बैठा हुआ हूं लेकिन कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं आया है और अस्पताल किस लिए खोला गया है।
अगर यहां पर सरकारी कर्मचारी सिर्फ तनखा लेने आते हैं तो इस अस्पताल को बंद कर देना चाहिए नहीं तो बकरी का बच्चा मर गया नहीं तो इस अस्पताल के कर्मचारियों को मोटी तनखा जो मिल रही है उनको बंद कर देना चाहिए और अस्पताल में ताले लगा देना चाहिए