हर साल मई में सूखते थे हैंडपंप, इस साल अभी से सूखे
सिहोर से :संजय सोलंकी की रिपोर्ट।
नगर में अभी भी पानी सप्लाई लाइन नहीं डाली है और कुछ जगह पर सप्लाई लाइन डाल दी गई है लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं हुए हैं। ऐसे में करीब इन वार्ड की 15 हजार की आबादी प्रभावित हो रही है। हर साल नगर पालिका क्षेत्र में रखी पानि की टंकियों को अपने टैंकरों से भर देती थी जिससे वार्ड की जनता पानी का गुजारा कर लेते थे। लेकिन इस साल अभी तक यहां कार्य शुरू नहीं किया जा सका हे।
जिसका कारण यहां है कि हर बार मई में यहां काम शुरू किया जाता था लेकिन जिम्मेदार यहां नहीं देख रहे हैं कि इस साल अप्रैल में ही भीषण गर्मी चालू हो गई हैं। दिन का तापमान 41 और 42 डिग्री के बीच तक रिकॉर्ड किया जा रहा है। ऐसे में पानी संकट समस्या को और बढ़ा रहा है। इधर नगर पालिका के जिम्मेदारों का कहना है कि इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। शीघ्र ही समस्या ग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की टंकियों को भरकर पानी उपलब्ध कराया जाएगा ।
असल इन क्षेत्रों में गिने चुने ही जल स्रोत हैं जिससे यहां रहने वाले रहवासियों का मार्च तक काम चल जाता है। लेकिन अप्रैल आते आते यह सूखने लग जाते हैं। यहां समस्या कई सालो पुरानी है और इसलिए नपा यहां की टंकियों को अपने टैंकर से भरती थी। इन जगह पर है पानी का संकट`वार्ड क्रमांक 21 के कृष्णा नगर में पानी सप्लाई की सुविधा नहीं हे। इसी तरह संतोष नगर की भी यही हालत है। यहां के आरएन शर्मा ने बताया कि इस साल अप्रैल में ही पानी का संकट गहरा रहा है। नपा को चाहिए कि वहां टैंकरों से पानी की सप्लाई करें। यहां की बस्ति के लोगों की तो हालत ही खराब है।
यहां के लोगों को तो महंगे टैंकरों से पानी खरीदना भी कठिन है। इन क्षेत्रों में पाइपलाइन तो डल चुकी हैं लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं हो पाए हैं वार्ड क्रमांक 3 में भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें सालों से पानी की समस्या चल रही है। इंदौर नाका ,भगवती कॉलोनी, दशहरा वाला बाग हे। यहां के लोगों का कहना है कि जब तक नलों से पानी का इंतजाम नहीं हो जाता जब तक वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।