कबीर मिशन समाचार। मांगीलाल भिलाला तहसील संवाददाता शाजापुर
शाजापुर – जानकारी के मुताबिक जिले के बेरछा थाना क्षेत्र में आरोपी मजदूर बनकर रह रहा था। उसका नाम अवधेश पांडे बताया जा रहा है। मूलत: बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में पंचायत चुनाव के पहले आद्रा शहर के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और उनके सुरक्षाकर्मी को गोली मार दी गई थी।
इस मामले में टीएमसी नेता की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस मामले में कुछ लोगों को पुलिस पहले ही हिरासत में चुकी है। उसी मामले में एक आरोपी की लोकेशन जब पश्चिम बंगाल पुलिस को शाजापुर जिले में मिली तो टीम ने यहां पहुंच कर स्थानीय पुलिस की मदद से हिरासत में लिया आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया उसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर उसे पश्चिम बंगाल लेकर रवाना हो गई।
ट्रांजिट रिमांड के बाद पश्चिम बंगाल ले गई पुलिसपुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह ने भी फिलहाल सिर्फ इतना बताया कि पश्चिम बंगाल की टीम थाना बेरछा में आई थी। एक प्रकरण था जिसमें वांटेड अपराधी था। किसी ठेकेदार के यहां वह मजदूरी का काम कर रहा था। ट्रांजिट रिमांड के बाद उसे लेकर गए हैं।बीते महीने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में हुई तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। आद्रा शहर के टीएमसी अध्यक्ष धनंजय चौबे की हत्या कर दी गई थी।
तीन अज्ञात बदमाश मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे और बेहद करीब से चौबे को गोली मार दी। इस घटना में उनके अंगरक्षक शेखर दास भी घायल हुए है। बता दें कि आनन-फानन में चौबे को गंभीर हालत में एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी।
उस समय पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव चल रहें थे। आज की ताज़ा खबर शाजापुर से मिली है कि धनंजय चौबे का एक और हत्यारा शाजापुर जिले के बेरछा से पकड़ा गया है। जिसे शाजापुर न्यायालय में पेश कर पश्चिम बंगाल पुलिस अपने साथ लेकर गई है। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में टीएमसी नेता धनंजय चौबे की हत्या करने वाले आरोपी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने शाजापुर के बेरछा से दबोचा गया है।
टीएमसी नेता धनंजय चौबे की हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में जगह-जगह बवाल हुआ था. हत्या के आरोपी को शाजापुर जिले के बेरछा से पश्चिम बंगाल की पुलिस ने गिरफ्तार किया और अब आरोपी को अपने साथ बंगाल ले गई। सूत्रों की मानें तो शाजापुर जिले में कई बहारी आरोपी को शरणगत मिल रही है। ऐसे पहले भी कई मामले सामने आए हैं जिसमें सभी अपराधियों के तार शाजापुर जिले से जुड़े पाए गए हैं।