कुशल जैन तहसील पत्रकार मालनपुर जिला भिंड
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड की CSR एवं नगर परिषद मालनपुर की सहयोगी संस्था फीडबैक फाऊंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट ने नगर परिषद मालनपुर के साथ-साथ नजदीकी कम्युनिटी लहचुरा, गुरिखा, लटकन का पुरा, नौगांव में भी लोगों की मानसिकता में बदलाव पर दिनों दिन नए तरीके से समुदाय परिवर्तन का प्रयास करना शुरू कर दिया है जिसमें कचरा प्रबंधन, सतत जल संरक्षण, संवर्धन एवं सुरक्षा परियोजना के साथ-साथ खुले में शौच से मुक्ति पर प्रतिदिन नई गतिविधियों के साथ प्रयासरत है। स्कूली बच्चों के माध्यम से घर-घर स्वच्छता का संदेश पहुंचाने, समुदाय के साथ बैठक, स्वच्छता निगरानी टीम का निर्माण कर टीम के साथ मिलकर गंदगी फैलाने वालों की निगरानी व रोक-टोक करना एवं कैसे स्वच्छ, सुंदर व स्वस्थ शहर/गाँव बने पर कार्य कर रही है। कचरा प्रबंधन के तहत हर घर से अलग-अलग कचरे का संग्रहण एवं स्वच्छता पार्क में बने एमआरएफ / एमसीसी में उस कचरे का उपचार कर कचरे को नगर परिषद के आय का एक माध्यम बनाकर सेल्फ सस्टेनेबल मॉडल एवं जीरो ओपन वेस्ट शहर बनाने की ओर सतत अग्रसर है ।
नगर परिषद के स्वच्छता पार्क में प्रतिदिन 4 से 5 टन कूड़ा का उपचार किया जा रहा है। एमसीसी में बनी गीले कूड़े की खाद चर्चा का विषय बन चुकी है, फीडबैक टीम द्वारा सतत जल संरक्षण , संवर्धन एवं सुरक्षा को लेकर चुनी गई 11 कम्युनिटी मालनपुर, सिंघवरी, घिरोंगी,तिलोरी,लहचूरा का पूरा, हरिराम का पूरा, खुमान का पूरा,गुरिखा, लटकन का पूरा, लहचुरा एवं नौगांव में लोगों के साथ बैठक, गांव का सर्वे, पानी की शुद्धता की जांच, जल स्रोतों का मरम्मत कार्य, प्लांटेशन आदि कार्य शुरू कर दिया है।
यहां के जल स्रोतों का जल जांच उपरांत चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिले जिसमें सुधार लाने हेतु मुख्य कार्य खुले में शौच से मुक्ति पर विशेष अभियान चलाकर इन सभी कम्युनिटीज को सबसे पहले किस प्रकार खुले में शौच से मुक्त करें इसको लेकर समुदाय बैठके, शर्मसार यात्रा आदि के माध्यम से लोगों को समझाया जा रहा है, कैसे यह माल हमारे जल और जीवन को प्रभावित कर रहा है कैसे इस खुले में शौच की प्रथा के कारण हमारे मान सम्मान पर ठेस पहुंचती है, आस्था पर ठेस पहुंचती है,
कैसे और किन-किन माध्यमों से खुले में किया गया मल त्याग पुनः हमारे घर एवं शरीर में प्रवेश करता है आदि पर ट्रिगर कर समझाया जा रहा है । इसकी शुरुआत सिंघवारी एवं गुरिखा में सुबह शाम निगरानी टीम के द्वारा खुले में शौच करने वाले लोगों को रोका टोका जा रहा है
और उन्हें अपने अथवा सार्वजनिक शौचायलयों का प्रयोग करने हेतु समझाया जा रहा है। इसकी शुरुआत सिंघवरी से की गई थी जिसका असर वहां खुले में शौच करने वालों की संख्या पर पड़ा है जिसमें काफी कम हो गई और लोगों ने अपना रुख शौचायलयों की ओर मोड़ दिया है।
“देश तभी साफ होगा – जब स्वच्छता में सभी का हाथ होगा” ऐसी सोच के साथ शुरू किए गए कार्यों का असर समाज में दिखे यही सफलता होगी। यह कार्य निश्चित रूप से सराहनीय व प्रशंसनीय है सच्ची लगन से किया गया कार्य निश्चित रूप से सफलता दिलाता है। आप सभी से अपील है कि स्वच्छ, स्वस्थ व सुंदर शहर व गाँव के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें।