कबीर मिशन सामाचार/कुशीनगर, उत्तर प्रदेश
जिला ब्यूरो चीफ योगेश गोविन्दराव,
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश। जनपद कुशीनगर फाजिलनगर। क्षेत्र के लक्ष्मीपुर महंथ में चल रहे श्रीश्री 1008श्री रूद्र महायज्ञ में प्रतिदिन यज्ञशाला में हवन पूजन के साथ साथ सैकड़ो की संख्या श्रद्धालु यज्ञशाला की परिक्रमा कर वातावरण को हर हर महादेव के नारे से गुंजायमान कर रहें हैं। सातवें दिन शुक्रवार को कथा वाचिका प्रियंका द्विवेदी ने सुन्दर कांड का वर्णन करते हुये कहा कि जब हनुमान जी अशोक वाटिका पहुंचते है तो रावण का आगमन होता है |
अशोक वाटिका” में जिस समय रावण क्रोध में भरकर, तलवार लेकर, सीता माँ को मारने के लिए दौड़ पड़ा, तब हनुमान जी को लगा, कि इसकी तलवार छीन कर, इसका सर काट लेना चाहिये किन्तु, अगले ही क्षण, उन्हों ने देखा “मंदोदरी” ने रावण का हाथ पकड़ लिया |यह देखकर वे गदगद हो गये वे सोचने लगे, यदि मैं आगे बड़ता तो मुझे भ्रम हो जाता कि यदि मै न होता, तो सीता जी को कौन बचाता? बहुधा हमको ऐसा ही भ्रम हो जाता है, मैं न होता, तो क्या होता परन्तु ये क्या हुआ |आगे चलकर जब “त्रिजटा” ने कहा कि लंका में बंदर आया हुआ है, और वह लंका जलायेगा तो हनुमान जी बड़ी चिंता मे पड़ गये, कि प्रभु ने तो लंका जलाने के लिए कहा ही नहीं है, और त्रिजटा कह रही है कि उन्होंने स्वप्न में देखा है, एक वानर ने लंका जलाई है|
इसलिए हमेशा याद रखें कि संसार में जो हो रहा है, वह सब ईश्वरीय कथन है! हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं |मुख्य यजमान राजेश गिरी उर्फ मोहन,मनी देवी,रविंद्र सिंह, सुदामा देवी अमरेश सिंह, देवानंद गिरी, लालजी सिंह, राजू गिरी, संतोष सिंह,गिरधारी गिरी, उत्तम आर्य, आदर्श गोंड, राजा आर्य, मंजेश आर्य, नितेश आर्य, रंजीत आर्या, करनसिंह,शत्रुमर्दन गिरी, अजय गिरी, महेश गिरी, सूर्य प्रताप सिंह, तेजप्रताप गिरी विकास गोंड आदि गांववासी मौजूद रहे |