विधानसभा सीहोर के 12 गांवों से कलेक्टोरेट पहुंचे
किसानों ने नारे लगाकर कृषिमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
कबीर मिशन समाचार जिला सीहोर।
संजय सोलंकी 9691163969
सीहेार। विदेशो से पॉम ऑयल का निर्यात बंद करने और सोयाबीन की सात हजार रूपये प्रति क्विंटल पूरी कीमत निर्धारित करने सहित दूग्ध के प्रति लीटर मूल्य बढ़ाने नकली कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों पर कर्रवाही करने सहित अन्य मांगों को लेकर विधानसभा क्षेत्र सीहोर के एक दर्जन गांवों के किसानों ने मंगलवार को कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। किसानों द्वारा जोरदार नारेबाजी कर केंद्र सरकार की किसानों और कृषि से संबंधित नीतियों के खिलाफ भी आक्रोश प्रकट किया गया। किसानों ने कृषिमंत्री के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को दिया।
किसानों ने कहा कि वर्तमान समय में सोयाबीन के भाव लागत मूल्य से काफी कम मिल रहे है जिससे किसानों की सोयाबीन बोवनी में लगी लागत भी नही निकल पा रही हैं किसानों की दयनीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोयाबीन के दाम सात हजार रुपए प्रति कुंटल किया जाए या फिर भावांतर योजना वापस शुरू की जाए अगर एैसा ही चलता रहा तो किसानों को आत्मा हत्या करने पर मजदूर होना पड़ेगा। केंद्र सरकार के द्वारा बडे व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए विदेशों से पॉम ऑयल का निर्यात बड़ी मात्रा में किया जा रहा है जिस से घेरलू सोयाबीन उत्पादक किसानों को काफी नुकसान हो रहा है और सोयाबीन का तेल उत्पादित करने वाली कंपनियों को भी घाटा हो रहा है तत्काल देशहित में पॉप ऑयल का निर्यात रोका जाए और किसानों को मरने से बचाया जाए।
इसी प्रकार पशुपालक किसानों को दूग्ध के दाम अधिक दिए जाने दुध समितियों के द्वारा अमूल और सांची कंपनियों को दूध बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है और अमूल सांची भी आम शहरी दूध उपयोक्ताओं से काफी अधिक राशि प्रति लीटर दूध के वसूल रही है लेकिन दूध उत्पादक किसानों को लाभ नहीं दिया जा रहा है। गोपालक किसानों को दूध की सही कीमत दिलाई जाए दूध की कीमत बढार्अ जाए। प्रदर्शन में विनय सिंह दांगी मादव सिंह दांगी, ताराचंद,्र बलवान सिंह दांगी, धर्मेंद्र पटेल, दिनेश राठौर, रामनारायण शर्मा, राजकुमार, विनोद मेवाड़ा, विष्णु प्रसाद, हिरदेश दुर्गा सिंह, पवन राठौड़, संतोष प्रजापति, नारायण सिंह, कुलदीप, मनीष, देवी सिंह, फूल सिंह, विकास, फूल सिंह, कुलदीप, बाबूलाल, विक्रम, संतोष दांगी, रामगोपाल, विनोद, मुंशीग्राम, सेवरा दांगी, दुपडिय़ा दांगी ,मुहाली, निपानिया, मोगरा राम, सतोरनिया, छापरी, तोरनिया, झागरिया, अरनिया कला, सीहोर, मोहाली, बड़वेली डोवरा आदि के किसान शामिल रहे।