उज्जैन 24 दिसम्बर। वैश्विक महामारी के परिदृश्य में कोविड-19 के पाजिटिव तथा एक्टिव मरीजों की संख्या में पुन: वृद्धि परिलक्षित हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दिसम्बर माह से चीन, अमेरिका एवं सिंगापुर में कोविड-19 के नवीन वेरिएंट के पाजिटिव रोगियों की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है। इसको दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने पुलिस प्रशासन, आयुक्त नगर निगम, जिला पंचायत सीईओ, एडीएम, सीएमएचओ, सिविल सर्जन, शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण तथा डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यह अत्यन्त आवश्यक है कि उक्त की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु पूर्व की भांति सूक्ष्म कार्य योजना का निर्माण कर शासन के दिये गये निर्देशों का पालन कर त्वरित क्रियान्वयन किया जाना सुनिश्चित करें।
,प्रदेश में टेस्ट, ट्रेक एण्ड ट्रिटमेंट का पालन करते हुए व्यापक रूप से योजनाबद्ध तरीके से पूर्व की भांति सर्वेलेंस गतिविधि सम्पादित कर सम्बन्धित रोगियों की शीघ्र पहचान तथा त्वरित उपचार की प्रक्रिया का पालन किया जाना अत्यन्त आवश्यक है। कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य में संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण हेतु पर्याप्त ऑक्सीजन, सर्पोटेड स्तर, आईसीयू बिस्तर, वेंटिलेटर, लॉजिस्टिक जैसे पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन सिलेण्डर, कॉन्संट्रेटर, बफर स्टाक तथा अधोसंरचना की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश शासन द्वारा दिये गये हैं। पूर्व में जारी ऑपरेशनल गाईड लाइंस फॉर रिसीव्ड सर्वेलेंस ट्रेटेजी फॉर कोविड-19 का प्रभावी अनुपालन किया जाये। इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के प्रकरणों की नियमित जिलेवार निगरानी व रिपोर्टिंग आईएचआईपी पोर्टल पर की जाये। प्रकरणों की वृद्धि होने पर उक्त का कोविड-19 परीक्षण कराया जाये। जिलों में निर्धारित किये गये लक्ष्य के अनुसार कोविड टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। अस्पताल में बिस्तरों की उपलब्धता, लॉजिस्टिक्स की आवश्यकता एवं प्रकरणों में किसी भी प्रकार की वृद्धि होने की स्थिति के लिये कोविड के क्लिनिकल मैनेजमेंट हेतु स्वास्थ्यकर्मियों को रि-ओरिएंटेशन प्रदान किया जाये। आगामी उत्सवों की तैयारियों के लिये आवश्यक है कि कार्यक्रम आयोजकों द्वारा भीड़ का उचित प्रबंधन किया जाये। सभी गंभीर रूप से संक्रमित पाये व्यक्तियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाये। ऐसे क्षेत्र जहां कोविड के ज्यादा प्रकरण आ रहे हैं, वहां सर्वेलेंस गतिविधियां पुन: प्रारम्भ की जाये तथा एसएआरएल/आईएलएल को चिन्हांकित कर उनका उपचार प्रोटोकाल अनुसार सुनिश्चित किया जाये।
मौसमी बीमारियों के दृष्टिगत साधारण सर्दी-जुकाम वाले रोगी भी कोविड-19 के लक्षण के साथ ओपीडी में उपस्थित हो सकते हैं। इसके लिये रोगियों हेतु अनिवार्यत: आरटीपीसीआर की जांच कराई जाये एवं जांच में पाजिटिव आने वाले समस्त प्रकरणों का डब्ल्यूजीएस सेम्पल अनिवार्य रूप से भिजवाया जाये। समस्त संदिग्ध व्यक्ति जिन्होंने पिछले 14 दिनों में विदेश यात्रा की हो प्रयोगशाला द्वारा पुष्टि किये गये केस के सम्पर्क में आये हों, स्वास्थ्य कार्यकर्ता/फ्रंटलाइन कार्यकर्ता जो कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम में शामिल हुए हों या समस्त एसएआरआई के मरीज हों। इसी तरह बिना लक्षण वाले तथा उच्च जोखिम वाले व्यक्ति जो संक्रमित व्यक्ति के सीधे सम्पर्क में हो। जांच के अभाव में किसी भी आपातकालीन प्रोसिजर को लम्बित न किया जाये। आरटीपीसीआर जांच हेतु किट की व्यवस्था वर्तमान में स्थानीय स्तर से लोकल पर्चेसेस द्वारा की जाये।