कबीर मिशन समाचार। राजकुमार स्टेट रिपोर्टर मप्र 7089513598
रायसेन। दरअसल मामला रायसेन के बाडी का है, जहां संविधान दिवस 26 नवंबर पर जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिन्सिपल जितेंद्र मिश्रा द्वारा संविधान व अंबेडकर विरोधी भाषण दिया गया, और कहा गया कि अंबेडकर ने संविधान कि एक लाइन भी नहीं लिखी, हमारा संविधान प्रेम बिहारी नारायण राइजादा ने लिखा और बच्चों को अंबेडकर का नाम याद था उसे गलत बता कर उन्हें प्रेम बिहारी नारायण का नाम रटाया गया।
उक्त भाषण का जब विडीयो वाइरल हुआ तो देश भक्त संविधान को मानने अपनाने वाले, भीम आर्मी कार्यकर्ताओ द्वारा लगातार जितेन्द्र मिश्रा को कॉल किया, प्रदेश के सभी जिलों तहसीलो व अन्य प्रदेशो से भी भीम आर्मी कार्यकर्ताओ ने कॉल किया और पूछा गया कि ये कैसे बोला तो जितेंद्र मिश्रा ने माफ़ी मांगी और माफ़ी का विडीयो भी वाइरल किया।
पर माफ़ी मे कहा गया कि मेरे से बोले गए शब्द से किसी को ठेस पहुंची तो मे माफ़ी चाहता हूँ,
पर लोगो का कहना है कि ठेस कि क्या बात है, विडीयो साफ साफ दिखाई और सुनाई दे रहा है कि जितेंद्र मिश्रा ने बोला अम्बेडकर ने संविधान कि एक लाइन भी नहीं लिखी इस वाक्य से किसी एक व्यक्ति को नहीं अपितु भारत के प्रत्येक नागरिक को ठेस पहुंची है और पहुंचनी चाहिए। पर क्या इस देश मे चल रही राजाशाही को कोई फर्क नहीं पड़ता, क्या संविधान और बाबा साहब इन राजाशाहीयो के लिए केवल राजनीती करने का साधन मात्र है, उसकी रक्षा व उसके सम्मान के लिए किसी के मुँह से आवाज नहीं निकली ?
क्या ऐसा बोलने वाला व्यक्ति देशद्रोही नहीं कहा जा सकता? क्या उक्त व्यक्ति पर कार्यवाही होगी या केवल उसके माफ़ी माँगने से बात खत्म ?