कबीर मिशन समाचार अनिल परमार/आष्टा।
छठ पूजा, एक प्रमुख हिंदू त्यौहार है जिसे मातृशक्तियों द्वारा किया जाता है। चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व सूर्य देवता और छठी माई की पूजा के लिए समर्पित है। छट के दिन नगर की मातृशक्तियां बड़ी संख्या में मां पार्वती नदी तट पर एकत्रित होकर पवित्र पार्वती नदी की पूजा-अर्चना करने के पश्चात् अस्त होते।
ही सूर्य देवता को नदी का जल अर्पण करती है। इस मौके पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा अपने पार्षद साथियों के साथ पार्वती नदी तट पहुंचकर नपा द्वारा की गई साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया गया। साथ ही पार्वती नदी तट पर मौजूद मातृशक्तियों को छट माता की शुभकामनाएं दी।
नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि चार दिनों के दौरान बड़ी संख्या में मातृशक्तियां व्रत रखने के साथ ही विशेष रूप से संतान सुख की प्राप्ति और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करती है। कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि नहाय खाय से लेकर सप्तमी तिथि उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक छठ पर्व मनाया जाता है।
इस दौरान भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा खास तौर पर संतान की कामना और लंबी उम्र के लिए की जाती है। निरीक्षण के दौरान नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के साथ पार्षद कमलेश जैन, डॉ. सलीम खान, रवि शर्मा, हिउस अध्यक्ष कालू भट्ट, पुजारी हेमंत गिरी, गौरखप्रसाद सोनी, अंबूनाथ पांडे, सुनीलसिंह, कृष्णकांत गिरी, नितीन सोनी, विनयसिंह सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियां मौजूद थी।