कबीर मिशन समाचार धार नालछा से मयाराम सोलंकी खास रिपोर्ट
सरकार के तमाम कोशिशों के बावजूद भी कई ऐसे शिक्षा के मन्दिर जहां पर बच्चे अपनी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर देश हित में काम करने की चाह रखते हे।पर उनकी नीव ही जहां खराब उठी हो ओ केसे देश सेवा में अपना योगदान देंगे नालछा माडल स्कूल के प्राचार्य द्वारा बताया गया की 500 बच्चे अध्ययन रत हे।यहां पर मूल भूत सुविधाओ के लिऐ तरस रहे है छात्र छात्राएं कबीर मिशन पत्रकार से सीधे बात हुई।
विद्यार्थियों द्वारा बताया गया की सरकार ने स्कूल तो खोल दी है पर स्कूल में टीचर्स की कमी हे जिसकी वजह से हमे कई विषयों की समस्या का सामना करना पड़ता है। स्कूल में खेल ग्राउंड भी अपनी दशा पर रो रहा है। 500 विद्यार्थियों के बीच एक छोटा सा खेल मैदान उसकी भी दशा खराब हे। स्कूल के सामने किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अतिक्रण कर सोयाबीन की फसल बो रखी हे।
जहां स्कूल के आस पास जंगल इलाका होने से झाड़ियों में जंगली जानवरों से भी सामना करना पड़ता है विद्यार्थियों को। माडल स्कूल में ना तो बाउंड्री वॉल है। स्कूल प्राचार्य व टीचर्स अपना दायित्व ठीक तरीके से निभा तो रहे है पर सरकार या जिम्मेदार अधिकारी उनकी मूल भूत समस्या पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
धार मांडव रोड़ पर स्थित नालछा माडल स्कूल के छात्र छात्राएं जब रोड़ से निकल कर स्कूल जाते है तो तेज गति से आने वाले वाहनों की चपेट में कभी भी आ सकते है। यहा कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। यहां कभी बच्चो के साथ बड़ी अनहोनी ना इसके लिऐ स्पीडब्रेक की बहुत ही आवश्यक है।
यहां के जिम्मेदारों से बात करने लिऐ सम्पर्क किया गया लेकिन सम्पर्क नही हुआ। उसी क्षैत्र के पटवारी श्री सोलंकी से बात हुई तो उन्होंने बताया की तहसीलदार साहब का तबादला हो गया है और एस डी एम साहब अभी ही आए हे । वहा के थाना प्रभारी से निवेदन है की बच्चो को ट्रैफिक नियम भी बताने भी स्कूल में आए।