किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कर रहें 1 साल से परेशान। बैंक मैनेजर मऊ
दीपक मालवीय
की ख़ास रिपोर्ट
मो.9575713081
राजगढ़: सारंगपुर तहसील के अंतर्गत आने वाली ब्रांच मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक मऊ के द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना के नाम पर किसानों को कभी बैंको के चक्कर तो कभी तहसील कार्यालय के चक्कर लगवाते है बैंक मैनेजर। बैंक मेनेजर तहसील दार, एसडीएम, पटवारी आदि अधिकारी द्वारा बनाए गए कागजी दस्तावेज को ग़लत बता रहे है। बैंक मैनेजर का कहना है कि पटवारी तहसील दार कुछ भी लिख सकते है मुझे नामांतरण पंजी में कभी (ऐसा तो कभी ऐसा ) लिख वा कर लाओ किसान जब पटवारी के पास जाता है तो पटवारी द्वारा बताया जाता है कि सभी कागजी दस्ता वेज इसी प्रकार के होते हैं। और बैंक मैनेजर का कहना है ये राजस्व विभाग द्वारा गलत लिख दिया गया है इसे सही करवाओ ऐसी हजारों कमियां बताकर मजदुर किसानों को परेशान किया जा रहा है। एसे अधिकारियो को तत्काल प्रभाव से निलंबित करे जो आम जानता को परेशान करते है। किसानों को अपने हक अधिकर से वंचित रखते है। एक तरफ सीएम शिवराज सिंह चौहान किसानों के लिऐ कई प्रकार की योजनाएं चला रहे है। दूसरी ओर एसे अधिकरी अपनी मन मनी के चलते गरीब किसानो को परेशानी में डाल ते है।
बैंक मैनेजर
(मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक मऊ)
कागजी दस्तावेज का मिलान नहीं हो रहा।
सही करा कर लाओ।
किसान
(ग्राम बरुखेड़ी)
रामकरण मालवीय: बैंक मैनेजर द्वारा बोला गया कि कागजी दस्तावेज सही नहीं है ।सही करा कर लाओ तब जाकर किसान क्रेडिट कार्ड बने गा। जब मैंने कागजी दस्तावेज सही करवा लिए उसके बाद बैंक पहुंचा तो मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक मैनेजर का कहना है कि यहां गलत है और जब में पटवारी मैडम के पास पहुंचा तो उनके द्वारा बताया गया कि दस्तावेज सही है मुझे लगभग 8 से 9 महीने हो गए हैं बैंक और तहसील कार्यालय के चक्कर लगाते लगाते पर लेकिन अभी तक मेरा किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना।