लिट्रेसी कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला शिक्षा केंद्र व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान इंदौर तथा रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट के तत्वाधान में 30 चयनित स्कूलों के पुस्तकालय प्रभारी अध्यापकों का दो दिवसीय क्षमता वर्धन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमे रूम टू रीड संस्था किस प्रकार बच्चों की शिक्षा को लेकर कार्य कर रही है।
उसकी विस्तार से जानकारी दी गई एवं 30 स्कूलों में पुस्तकालय एवं साक्षरता, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी, एफएलएन, अंकुर अभियान एवं निपुन दस्तावेज के अन्तर्गत भाषा के 8 घटक, पुस्तकालय और स्कूल प्रणाली का आंतरिक भाग, गुणवत्तापूर्ण बाल साहित्य, बच्चों के अनुकूल पुस्तकालय, भौतिक स्थान और सीखने में इसका योगदान, पुस्तकालय के प्रबंधन के लिए दस्तावेज़ीकरण, पुस्तकालय की संरचना और कार्यप्रणाली पुस्तकालय गतिविधि जिसमें मुखर वाचन, सह पठन, जोड़ो में पठन, स्वतंत्र पठन आदि डेमो के माध्यम से विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
इसी के साथ लिट्रेसी क्लाउड एवं रीड-ए-थोन को प्रेक्टिकल के माध्यम से बताया गया। इसके पश्चात डाइट प्राचार्य श्री सुधीर सिंह कौशल के द्वारा बताया गया की पुस्तकालय क्यों जरूरी है और शिक्षक बेहतर तरीके से कैसे कार्य कर सकते हैं।