उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक बार फिर आग सुलगने जैसे हरक़त सामने आई है अभी अभी भीम आर्मी के प्रमुख संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर बताया है कि सहारनपुर में भीम आर्मी के ग्राम अध्यक्ष राहुल जडोदा की गोली मार के हत्या का प्रयास किया गया है जो कि बेहद निंदनीय है। फिलहाल राहुल अस्पताल में हैं।
उन्होंने प्रकृति से राहुल के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हुए कहा, यूपी में भीम आर्मी के नेताओं की हत्या के प्रयास किसके संरक्षण में हो रहा है अब इसका जवाब हम लेकर रहेंगे? उन्होंने सीधा मुख्यमंत्री को घेरते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी, मैं अपने ऊपर हुए कातिलाना हमले को बर्दाश्त कर सकता हूं लेकिन भीम आर्मी हमारा परिवार है और अपने परिवार के किसी भी सदस्य पर हमला, हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगे।
हाथ ही सहारनपुर पुलिस से हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी कर सख़्त कार्यवाही की बात भी कही है। सहारनपुर के इतिहास में जाए तो आपको बड़ी घटना दिखाई देती है जो खुद चंद्रशेखर आजाद से जुड़ी है और उस घटना के बाद से ही आजाद लाइमलाइट में आए हैं तथा आज इतनी बड़ी तादाद में लोगों को जुटा लिया है कि उनके साथ युवाओं की फौज लगी रहती है। हालांकि पिछले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी आजाद समाज पार्टी को खड़ा कर दिया लेकिन नतीजा ठीक नहीं रहा। वहीं कुछ महीने पहले भी चंद्रशेखर आजाद जी के ऊपर भी जानलेवा हमला किया गया था जिसने पुरे बहुजन समाज में आक्रोश खड़ा हो गया था।
अब उनके गृह क्षेत्र में भीम आर्मी के ग्रामीण अध्यक्ष पर गोली मारी गई। जो कहीं न कहीं संगठन की कमजोरियां दर्शाती है। वहीं चंद्रशेखर आजाद भी संगठन को छोड़ पार्टी के दम पर राजनीति करने में सक्रिय हो गए हैं। कांशीराम साहब ने कहा था कि जब तक सामाजिक जड़ें मजबूत नहीं हो जाती तब तक राजनीतिक ताकत खड़ी नहीं हो सकती और यही बात खुद चंद्रशेखर आजाद ने अपने भाषणों में भी कहा है और सामाजिक जड़ें कमजोर है टुट चुकी है?