कबीर मिशन समाचार जिला इंदौर।
”पुलिसिया प्यार” के अनेकों किस्से हमेशा सुर्खियां बनते रहे हैं… ऐसा ही इंदौर का एक और किस्सा मीडिया तक पहुंचा है… यहां के एक ”रंगीले एसीपी” ने मदद के लिए मिलने पहुंची महिला को ना सिर्फ आपत्तिजनक मैसेज भेजे, बल्कि उससे नजदीकियां भी बढ़ाने लगे… दरअसल, सुखलिया क्षेत्र की एक महिला इंदौर के एक एसीपी महोदय के पास इसलिए पहुंची थी कि उसका उसके पति के साथ विवाद चल रहा था… वह चाहती थी कि इस मामले में एसीपी साब हस्तक्षेप करें और पति-पत्नी दोबारा एक हो जाएं… लेकिन मदद करने की बजाय उक्त पुलिस अधिकारी ने ”पति-पत्नी और वो…” की बीन बजाना शुरू कर दी..!
देर रात तक उक्त महिला को एसपी महोदय आपत्तिजनक मैसेज करने लगे… हीरो-हिरोइन के वीडियो भेजने लगे… दिल वाले इमोजी भेजे, ताकि महिला को बहलाया जा सके… जब पति परमेश्वर को शक हुआ और उन्होंने महिला और एसपी महोदय के बीच हुई चैट्स खंगाली तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई… पति ने गृह मंत्रालय, डीजीपी, इंदौर कमीश्नर सहित अन्य पुलिसिया अधिकारी को एसपी साहब की ”रंगीनीयत” से अवगत कराया… मजे की बात यह है कि कई दिन बीत जाने के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अब पति ने पूरा मामला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंचाया है और उन तक एसपी साब की ”रंगीली चैट” पहुंचाते हुए न्याय की गुहार लगाई है…
इधर, इस मामले में हाईकोर्ट एडवोकेट कृष्ण कुमार कुन्हारे मीडिया को बताते हैं कि उक्त पुलिस अधिकारी ने महिला से अमर्यादित वॉट्सएप चैटिंग तो, की ही वहीं जब नेपाल के प्रधानमंत्री इंदौर यात्रा पर थे, तब उस दौरान प्रोटोकॉल के चलते उक्त एसपी महोदय की भी ड्यूटी लगी थी, जिसका टाइम टेबल भी एसीपी ने महिला के साथ शेयर किया, जो कि एक गोपनीय जानकारी होती है… इस तरह की हरकत का कोई भी दुश्मन देश आसानी से फायदा उठा सकता है और हनीट्रैप के जरिए गोपनीय जानकारी प्राप्त कर सकता है… ऐसे अफसरों को राज्य की आंतरिक सुरक्षा पर खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता… वहीं इस मामले में इंदौर के पूर्व कमिश्नर मकरंद देऊस्कर का भी बयान सामने आया है… देऊस्कर बताते हैं कि पीड़िता के पति ने इस तरह की शिकायत की थी…
मामला चूंकि गंभीर था, उस वक्त जोन-1 के डीसीपी आदित्य मिश्रा को जांच सौंपी थी… चूंकि अब मेरा ट्रांसफर हो चुका तो उक्त मामले की वर्तमान स्थिति का मुझे नहीं पता… बताते हैं कि एसीपी ने अपना रुतबा झाड़ते हुए डीआईजी ऑफिस में चल रही गोपनीय बैठक की तस्वीरें तक महिला को भेजी और लाड़ली बहना योजना के दस्तावेज भी महिला को भेजे… वहीं उक्त मामले में महिला कहती है कि एसीपी ने मदद के बहाने उससे नजदीकियां बढ़ाने की कोशिश की थी और पति को हवालात में बंद करने की धमकी भी एसीपी देते थे… अब देखना होगा कि इस मामले में मुख्यमंत्री महोदय क्या एक्शन लेते हैं..?