यूपी की प्रयागराज में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो हादसे का शिकार हो गई।प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर दुर्घटना की भयावहता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि बस से भिड़ंत के बाद श्रद्धालुओं से भरी बोलेरो हवा में उछल गई। फिर छिटककर लगभग 10 फीट दूर जा गिरी।

यह तब हुआ, जब शहर की ओर तेज रफ्तार में बढ़ रही बोलेरो अचानक दूसरी साइड में चली आई। पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से यह बात सामने आई है। यह पेट्रोल पंप प्रयागराज से मिर्जापुर जाने वाले रास्ते पर बाईं ओर पड़ता है। फुटेज देखने से पता चलता है कि बोलेरो रफ्तार में मिर्जापुर से शहर जाने वाले रास्ते पर बढ़ रही थी।

पेट्रोल पंप के ठीक सामने पहुंचते ही बोलेरो अचानक दूसरी ओर शहर से मिर्जापुर जाने वाले रास्ते पर चली आई। इसी दौरान सामने से बस आ गई और फिर बोलेरो उससे जा भिड़ी। फुटेज देखने से पता चलता है कि भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो पहले हवा में उछली और फिर पीछे की ओर करीब
10 फीट दूर जा गिरी।दोनों वाहनों में टक्कर से जोरदार धमाके जैसी आवाज आई तो एक बारगी पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी भी कुछ समझ नहीं पाए। फुटेज में दिखाई पड़ता है कि करीब 10 सेकेंड तो वह अवाक खड़े रहते हैं। इसी दौरान हाईवे पर दोनों ओर से चल रही गाड़ियां थमने लगती हैं

और फिर कर्मचारी घटनास्थल की ओर भागते नजर आते हैं। ज्यादातर मृतक पॉवर प्लांट में करते थे कामहादसे में मृत लोगों में से ज्यादातर कोरबा जिला स्थित पावर प्लांट में काम करते थे। विक्की ने बताया कि उसके चाचा गंगादास पावर प्लांट में फोरमैन थे। जबकि, शिवा राजपूत व अन्य लोग मजदूरी करते थे।
उसका चचेरा भाई दीपक अभी घर पर ही रहता था। मृतकों में शामिल अजय बंजारा बोलेरो चालक था और उसके बारे में विक्की कोई जानकारी नहीं दे पाए। डिवाइडर नहीं, पहले भी हुए हादसेमनु का पुरवा में हादसे वाली जगह पर डिवाइडर नहीं है। इस स्थान पर पहले भी सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।

नए साल के दिन भी यहीं पर घूमने निकले तीन युवकों की कार एक घर में जा घुसी थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार मांग उठाने के बावजूद डिवाइड नहीं बना।अचानक बोलेरो के सामने आने से हुआ हादसाहादसे के वक्त बस के केबिन में बैठे श्रद्धालु बताते हैं कि अचानक बोलेरो सामने आ गई, जिससे यह हादसा हुआ। मध्यप्रदेश राजगढ़
के रोडमल (50) ने बताया कि वह बस की केबिन में चालक के पास वह बैठे थे। अचानक सामने बोलेरो आती दिखी तो बचाओ-बचाओ कहकर आवाज दी। जब तक चालक समझ पाता, तब तक बोलेरो बस से भीड़ गई। राजगढ़ की सरिता ने बताया कि बेहद भयावह स्थिति थी। मान सिंह ने बताया कि टक्कर के बाद आंखों के सामने अंधेरा छा गया।

वहीं, ग्रामीणों के मुताबिक, बस और बोलेरो की भिड़ंत के दौरान इतनी तेज आवाज आई कि जैसे बम फट गया हो। आवाज सुनकर वह घटना स्थल की तरफ भागे। बस में सवार मौर सिंह, घिसू, भंवर लाल घटना के काफी देर बाद तक उस मंजर को याद कर खौफजदा होते रहे। एंबुलेंस चालकों से पुलिस की

नोकझोंकमृतकों और घायलों को अस्पताल भेजने के लिए सरकारी एंबुलेंस चालकों और पुलिस से नोकझोंक हुई। पुलिस घायलों को जल्दी सीएचसी पहुंचाने को कह रही थी और एंबुलेंस चालक लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम से आदेश मिलने का इंतजार करते रहे। बाद में निजी एंबुलेंस से घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया।