लीमा चौहान पुलिस ने 25 वर्षीय युवक के अपहरण के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम देवकरण तंवर, हेमराज तंवर, मनोहर तंवर, कोबान सिंह तंवर, संजय तंवर, कालू सिंह तंवर और माखन भिलाला हैं। बुधवार को सभी आरोपियों को सारंगपुर कोर्ट में पेश किया गया।
वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।थाना प्रभारी अनिल राहोरिया के मुताबिक, 27 अक्टूबर की शाम पाड़ल्या माता से राजेश पुष्पद नाम के युवक का अपहरण हो गया था। मामले में राजेश के दोस्त महेश विश्वकर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने 29 अक्टूबर को राजेश को तो छुड़ा लिया, लेकिन आरोपियों को नहीं पकड़ पाई थी।घोंसला गांव के खेत में सो रहे थे आरोपीइसके बाद पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही थी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी देवकरण, उसका भाई हेमराज, पिता मनोहर तीनों घोंसला गांव में सरकारी स्कूल के पास खेत में सो रहे हैं।
पुलिस की टीम तुरंत वहां पहुंची। पुलिस को देखते ही तीनों भागने लगे। इस पर घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया गया।आरोपी देवकरण ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी सुगन बाई को राजेश के बड़े भाई जितेन्द्र पुष्पद ने रख लिया था।
इसके एवज में जितेन्द्र और उसके परिवार से झगड़ा प्रथा के तहत 27 लाख रुपए की मांग की गई थी, लेकिन जितेन्द्र पैसे नहीं दे रहा था, इसलिए उसने जितेन्द्र के चचेरे भाई राजेश पुष्पद को वैन से उठा लिया था।
आरोपियों को पकड़ने में थाना प्रभारी अनिल राहोरिया, सुगनलाल धुर्वे, अनिल सिसोदिया, हेड कांस्टेबल जितेंद्र भिलाला, आरक्षक अमित रघुवंशी, राधारमण मीणा, रवि मीणा, शुभम पटवा, आकाश चौरसिया, रामगोपाल और सैनिक कैलाश का योगदान रहा।
राजगढ़ समेत प्रदेश के कुछ जिलों में आज भी चोरी-छिपे बाल विवाह या बचपन में सगाई करने की कुप्रथा जारी है, लेकिन लड़की जब समझदार होती है तो बचपन की सगाई और शादी भूलकर अपने पसंद के लड़के से शादी कर लेती है।