धार से मयाराम सोलंकी की खास रिपोर्ट
धार – मनावर नर्मदा तट ग्राम रतवा में रेत माफियाओं द्वारा किए जा रहे बालू रेत का स्टाक कि ग्रामीणों द्वारा शिकायत खनिज विभाग राजस्व विभाग और मनावर विधायक डॉ हीरालाल अलावा और नर्मदा आंदोलन नेत्री दीदी मेघा पाटकर को की थी कि यहां के रेत माफिया आए दिन आपस में लड़ते झगड़ते हैं और नर्मदा तट को खोखला करते हुए बालू रेत का स्टॉक बड़ी मात्रा में इकट्ठा कर रहे हैं जिस को संज्ञान में लेकर लोकप्रिय विधायक डॉ हीरालाल अलावा राजस्व टीम नायब तहसीलदार सरिता गामड़ द्वारा मौका मुआयना कर कार्रवाई की। नर्मदा आंदोलन नेत्री मेघा पाटकर ने प्रशासन को रतवा ग्राम बालू अवैध रेत खनन की शिकायत की थी।बालू रेत का स्टॉक सील किया बताया जाता है।
कि अवैध बालू रेत का स्टॉक लाखों रुपए का है। यहां के एक दलित किसान ग्रामीण ने इच्छा मृत्यु तक इनसे तंग आकर राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर मांग की थी। ग्रामीण दलित परिवार का होकर इन रेत माफियाओं के खौफ का शिकार हुआ है। जिसकी कृषि भूमि से भी इन रेत माफियाओं ने अवैध रेत का खनन किया है। 6 माह पूर्व भी नर्मदा आंदोलन नेत्री मेघा पाटकर विधायक डॉ हीरालाल अलावा द्वारा कार्रवाई मौके पर जाकर राजस्व और खनिज विभाग की टीम से करवाई थी। जिसमें एक पोकलैंड और अनेक ट्रैक्टर जप्त किए थे। जो आज दिनांक तक पुलिस चौकी वाकानेर की शोभा बढ़ा रहे हैं फिर भी यह रेत माफिया इतने बेखौफ होकर अवैध रेत का खनन कर रहे हैं।इन रेत माफियाओं ने नर्मदा तट को खोखला कर दिया है जिससे बारिश के दिनों में गांव में पानी घुसने का डर और भय बना रहता है। प्रशासन द्वारा अवैध रेत भंडार जप्त ग्राम रतवा से भरकर पूर्व की तरह रेत खलघाट डंपर से ले जाए गए।खनिज विभाग की सुरक्षा मै।