मंदसौर आशा उषा सहयोगी कार्यकर्ता ने 6 दिवसीय प्रदेश व्यापी हड़ताल व धरना प्रदर्शन किया
नियमित वेतन और जीने लायक वेतन की मांग को लेकर
मंदसौर/राहुल मेहर की रिपोर्ट
एंकर आशा उषा सहयोगी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री व कलेक्टर के द्वारा तहसीलदार को महाराणा प्रताप चौराहे पर ज्ञापन सौंपा। आशा उषा कार्यकर्ताओं की मांग है कि वर्ष 2018 में केंद्र सरकार ने ₹1000 का निश्चित प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर ₹2000 किया था इसके बाद महंगाई लगातार बढ़कर आसमान छूने लगी है मध्य प्रदेश की अधिकांश आशाएं इस भीषण महंगाई में पिछले 4 वर्षों से ₹2000 के अल्प वेतन में अपने परिवार चलाने के लिए विवश है मध्यप्रदेश में राज्य सरकार द्वारा आशा एवं पर्यवेक्षकों को अपनी ओर से किसी तरह का अतिरिक्त वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस तरह केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा आशा एवं पर्यवेक्षको के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। भारतीय श्रम सम्मेलन के 45 व एवं 46 वे सन ने वर्ष 2013 में सर्व सम्मत प्रस्ताव का अनुमोदन कर आशा एवं पर्यवेक्षक सहित योजना कर्मियों को श्रमिक का दर्जा न्यूनतम वेतन एवं भविष्य निधि ई एस आई ग्रेजुएटी पेंशन सहित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ देने का निर्णय लिया था। इसके 9 वर्ष पूरा होने के बाद भी केंद्र सरकार देश की 10 लाख आशा एवं पर्यवेक्षकों के संबंध में लिए गए इस महत्वपूर्ण निर्णय को लागू करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया एक तरफ सरकार आशा एवं पर्यवेक्षको पर काम का बोझ लगातार बढ़ा रही है और आशाएं दिन रात काम कर रही है दूसरी ओर केंद्र एवं राज्य सरकार आशाओं को न्याय पूर्ण वेतन से वंचित कर रही है हालांकि बता दें कि दशपुर कुंज से रैली निकली जो गांधी चौराहा होते हुए शहर के मुख्य मार्ग से महाराणा प्रताप चौराहा पर पहुंची।