खरगोन छपरा और अतरसुबा के अमृत सरोवर ईको टूरिज्म और मछली पालन के मुफ़ीद
खरगोन 18 नवम्बर 22/पिछली गर्मी में मनरेगा अन्तर्गत जिले में अमृत सरोवर सहित ग्रामीण विकास विभाग अन्य कार्याें में अच्छी उपलब्धि हासिल की है। जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा शुक्रवार को बड़वाह जनपद के भ्रमण के दौरान अतरसुबा और छपरा में बने अमृत सरोवरों की सराहना करते हुए। इन्हें ईको टूरिज्म और मछली पालन के लिए अत्यंत लाभकारी बताया है। इन दोनों तालाबों को आर्थिक दृष्टि से विकसित करने और सौंदर्यीकरण के लिए निर्देश दिए हैं। गर्मी में बनकर तैयार हुए अमृत सरोवरों में अब जल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। भ्रमण के दौरान दौरान उन्होंने अम्बा में बने पित्र पर्वत पर पौधारोपण कर पूर्व में किये गए कार्यांे की जानकारी ली। यहां उन्होंने वृक्षारोपण सहित मनरेगा से बने तालाब और सेग्रिगेशन शेड का भी अवलोकन किया। जिपं सीईओ श्रीमती शर्मा ने अतरसुबा और छपरा के अमृत सरोवरों का भी अवलोकन किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने कई गांवों में पीएम आवास निर्माण की स्थिति का भी जायजा लिया। इस दौरान अतिरिक्त जिपं सीईओ श्री पुरुषोत्तम पाटीदार, जनपद सीईओ श्री रोहित पचौरी, मनरेगा पीओ श्री श्याम रघुवंशी, पीओ शर्मिला मंडलोंई, पीओ आवास गोविंद मंडलोई, जप से सहायक संजय चौबे, राजेश ठाकुर, एपीओ मालसिंह कवचे, सहायक यंत्री, बीसी उपयंत्री और जनपद के अन्य अधिकारी सहित ग्राम पंचायत के सचिव व जीआरएस उपस्थित रहे।
जॉब कार्डों की आधार सीडिंग कराने के लिए एक सप्ताह का समय
जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा ने जनपद में भ्रमण के बाद जनपद बड़वाह के सभाकक्ष में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। आयुष्मान कार्ड, मनरेगा, आवास योजना, एसबीएम, पंचायत, एनआरएलएम के कार्यों की समीक्षा की गई। जप बड़वाह का आधार सीडिंग 89 प्रतिशत है जिला में सबसे कम है, जबकि जिला का 92 प्रतिशत है। इस कार्य को एक सप्ताह में पूर्ण करने का समय दिया है। यहां कुल सक्रिय जॉब कार्ड 53076 है इनमें 47461 के सीडिंग हो चुकी हैं। अभी भी 5614 के आधार सीडिंग बाकी है। आंगनबाड़ी, पंचायत भवन, जल संरक्षण व सड़क निर्माण के कार्य को 1 दिसंबर तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गए। सीईओ श्रीमती शर्मा ने ग्राम पंचायत छपरा, अतरसुंबा के अमृत सरोवर का भ्रमण किया। ग्राम पंचायत सिरलाय, बंदिखार, बेलम बुजुर्ग के सरपंच द्वारा सचिव व जीआरएस नियुक्त करने की मांग की गई।