कबीर मिशन समाचार पचोर/राजगढ़
देवेंद्र सिंह भिलाला
भारत की आज़ादी के करीब पांच महीने बाद जब देश एक जनवरी, 1948 को आज़ादी के साथ-साथ नए साल का जश्न मना रहा था तब खरसावां ‘आज़ाद भारत के जलियांवाला बाग़ कांड’ का गवाह बन रहा था।
उस दिन साप्ताहिक हाट का दिन था। उड़ीसा सरकार ने पूरे इलाक़े को पुलिस छावनी में बदल दिया था. खरसावां हाट में करीब पचास हज़ार आदिवासियों की भीड़ पर ओडिसा मिलिट्री पुलिस गोली चला रही थी।
आज़ाद भारत का यह पहला बड़ा गोलीकांड माना जाता है। इस दिन शाहिद हुए वीर आदिवासीयो को श्रद्धांजलि दी जाती हैं।
इस मौके पर ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा के सरपंच संजय भिलाला, जयस ग्राम पंचायत अध्यक्ष जगदीश भिलाला, उपाध्यक्ष नीरज भिलाला, कार्यकरणीय अध्यक्ष गोविन्द भिलाला, महामंत्री गोविन्द भिलाला, महासचिव जितेन्द्र भिलाला, सहकोषाध्यक्ष कालू भिलाला, संघठन मंत्री देवीसिंह ( पप्पू ) भिलाला, गांव के वरिष्ठ कालूसिंह प्रेम भिलाला शेरू भिलाला रोशन भिलाला आदि वरिष्ठ व यूवा मोजूद रहे।