अज़ीम खान कबीर मिशन समाचार
अस्वस्थ हो गया स्वास्थ विभाग का प्रसाधन कक्ष
स्वच्छ भारत मिशन की पोल खोलता मलेरिया विभाग का बाथरूम
छतरपुर, सरकार वादे दावे चाहे जो करे मगर उन वादों को धरातल पर मूर्त रूप लेना जैसे असंभव सा नजर आता है । शहर में उस कार्यालय के बाथरूम में गंदगी और बदबू का अंबार नजर आता है जिस की जिम्मेदारी पूरे जिले को स्वस्थ रखने की है।
तस्वीरों में आप देख रहे हैं छतरपुर के जिला मलेरिया अधिकारी के कार्यालय का नजारा । जहां बड़े बड़े अक्षरों में थूकना मना है, गंदगी न करें जैसे स्लोगन लिखे गए हैं साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बड़े बड़े बैनर आगंतुकों का अभिनंदन करते नजर आ रहे हैं। उसी कार्यालय का प्रसाधन कक्ष गंदगी से बजबजा रहा है । गंदगी की बदबू दूर से ही महसूस की जा सकती है।
पूरे प्रसाधन कक्ष का फर्श से लेकर दीवारें तक गटर जैसी स्थिति में है ।
एक ओर केंद्र और प्रदेश की सरकार लगातार सफाई अभियान चला कर देश की साफ सुथरा बनाने की कवायद कर रही हैं । प्रधान मंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, सांसद, विधायक तक सड़कों पर उतर कर झाड़ू लगाते नजर आते हैं । वही दूसरी ओर छतरपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग का मलेरिया कार्यालय का प्रसाधन कक्ष बीमार स्थिति में खुद के इलाज की गुहार लगा रहा है ।
इसी कार्यालय से लगा विश्व स्वास्थ्य मिशन, फूड डिपार्टमेंट भी है ये सभी विभाग इसी बाथरूम का स्तेमाल केवल थूकने के लिए करते हैं । इसी बाथरूम की पीछे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कार्यालय भी है स्वयं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दिन में कई बार अपने कार्यालय से यहां आते जाते रहते हैं मगर बेचारे प्रसाधन कक्ष पर किसी की दया दृष्टि नहीं पड़ती । वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में जगह जगह तंबाखू गुटका न खाने के लिए प्रेरित करते संदेश लिखे देखे जा सकते हैं लेकिन इस कार्यालय के प्रसाधन कक्ष में गुटखे की पीकों से पाट दिया गया है ।
इनका कहना है
क्योंकि कर्मचारी हड़ताल पर हैं इसलिए साफ सफाई नहीं हो पा रही है।
डॉ.लखन तिवारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी