कबीर मिशन समाचार।
नीमच। जिले में पिछले 2-3 महीनों से MTFE हर किसी शख्स के मुंह पर रटा हुआ है। और इस प्लेटफॉर्म पर नीमच जिले के 15 हजार से अधिक लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई लगाई हुई है। करीब 200 करोड़ का लेनदेन इस फर्जी ऐप में हो चुका है। और अब जाकर यह फर्जी ऐप रफ्फूचक्कर होने को कगार पर हैं। दरहसल आपको बता दे कि MTFE नाम का एक फर्जी ऐप प्ले स्टोर पर बिना रजिस्ट्रेशन का है। जिसमे कई बेरोजगार, मध्यम वर्ग, उच्चतम वर्ग, विद्यार्थी, दुकानदार, व्यापारी, शासकीय कर्मचारी, पुलिस आदि कई लोगो ने इस फर्जी ऐप में अपनी जमापूंजी लगाई हैं। जिससे बैठे बैठे उनकी कमाई हो सके। परन्तु पिछले 10 दिनों में इस फर्जी एप्लिकेशन में विड्रॉल नही हो पा रही हैं। और जितने भी निवेशक हैं वह अपना सर पकड़ कर बैठे हुए हैं। हालात यह हैं कि मजदूरी करने वालो ने लोन लेकर इस फर्जी ऐप में अपनी पूंजी लगा दी। यहाँ तक कि इस फर्जीवाड़े ने प्रशासनिक अधिकारियों- कर्मचारियों तक को नही छोड़ा, खेर अधिकारी कर्मचारियों ने तो भ्रष्टाचार करके अपनी काली कमाई लगाई हुई हैं। परन्तु उनका क्या जिन्होंने कर्जा करके इस फर्जीवाड़े के जाल में फस गए? नीमच शहर में चौराहों की चर्चा माने तो ऐसी कौन सी कम्पनी हैं जो घर बैठे बैठे फायदा दे रही हैं। यह एक सोचने की बात हैं।
इस फर्जी एप्लिकेशन का नेटवर्क पूरे नीमच जिले हुजैफा जमाली नामक व्यक्ति ने फैलाया हुआ है। जमाली इस कम्पनी का नीमच में जूनियर सीईओ बना हुआ है। इस फर्जी कम्पनी का पूर्व में 12 जुलाई को भादवामाता में विशाल सेमिनार आयोजित हुआ था। जिसमे हजारों की तादात में नीमच जिले की जनता सेमिनार में उपस्थित हुई और इस फर्जीवाड़े के प्लान को समझा। और जिलेभर में करीब 15000 से अधिक लोगो ने अपनी जमापूंजी निवेश कर दी। अब इस फ़र्जी कंपनी में निवेशकों की पूंजी अटक गई हैं। और जो डॉलर आ रहे हैं उसकी निकासी नही हो रही हैं। इस फर्जी ऐप का कोई रजिस्ट्रेशन भी नही हैं। सूत्रों की माने तो यह कंपनी विदेशी हैं। जो लोगो के साथ फर्जीवाड़ा कर रही हैं।
वही इस मामले में MTFE के जूनियर सीईओ हुजैफा जमाली से फोन पर संपर्क किया गया तो उनके द्वारा मीडिया को जवाब देने से नकारा गया और MTFE के संदर्भ में कुछ भी कहने से मना किया गया। मीडिया के जरिये निवेशकों के सवालों के जवाब देने से हाथ खड़े कर दिए। अब देखना होगा कि MTFE की उच्च स्तरीय जांच होती हैं या निवेशकों को अपना पैसा गवाना पड़ेगा। वही सूत्रों की माने तो जमाली जी इस मामले में हाथ खड़े कर चुके हैं और जल्द ही नीमच से निवेशकों को चुना लगाकर निकलने की फिराक में हैं।