कबीर मिशन समाचार
मंदसौर। मामला मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र का हाल ही में पुलिस द्वारा 53 किलो कार्रवाई में सफलता की वाहवाही लूटने वाली मल्हारगढ थाना प्रभारी बने चौक चौराहे पर चर्चा का विषय, मल्हारगढ़ क्षेत्र में बाइक लेकर कन्हैया, विष्णु किसी तस्कर को देने आए थे। जब मुखबिर की सूचना लगी तो पुलिस ने अपनी कार्रवाई की लेकिन कार्रवाई के साथ-साथ अपने संविधान व एक्ट के कर्तव्यों को भूले थाना प्रभारी जिस आरोपी को माल देने आए थे।
वहां तक पुलिस अपनी हथकड़ी ना पहुंचाते हुए अपना व्यवहार पहुंचा और हो गया 35 का खेल चौक चौराहे पर चर्चा है कि मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र में सबसे बड़ा तोड़ा फोड़ा कर अपराधी को बचा लिया गया है। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ऐसे तोड़ा-फोड़ा पर नाराजगी जता चुके हैं। उसके बावजूद भी मल्हारगढ़ थाना प्रभारी द्वारा प्रदेश के मुखिया की किरकिरी तो वहीं उच्च अधिकारियों की भी किरकिरी हो रही हैं। ऐड़ा बनकर पेटा खाने वाले पहले थाना प्रभारी बने मल्हारगढ़ थाना प्रभारी इतना ही नहीं बल्कि इनके इलाके में तकरीबन 100 से ज्यादा तस्करी के अड्डे आते हैं जहां महीने में हो जाता है करोड़ों रुपए का खेल जब से थाना प्रभारी आए हैं। तब से बाहरी पुलिस एनसीबी की कई बड़ी कार्रवाई अड्डे पर हुई।
इसका मतलब कि मल्हारगढ़ थाना प्रभारी के साए में चल रहे हैं, तस्करी के अड्डे, जिससे गरीब किसानों गरीब मजदूरों को इसका शिकार होना पड़ रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धड़ल्ले से तस्करी की गाड़ियां मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र के पार करवाई जाती हैं। लेकिन उच्च अधिकारियों को इसकी खबर तक नहीं अब देखना यह होगा कि उच्च अधिकारी जांच बिठाकर सत्यता का पता लगाकर मल्हारगढ़ थाने पर अपनी कार्रवाई का डंडा चलाते हैं या फिर यूं ही क्षेत्र में थाना प्रभारी वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा की छवि को धूमिल तो वही मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाते रहेंगे।