राजगढ़। जिले कि आरक्षित विधानसभा सीट सारंगपुर 164 में पुर्व विधायक गौतम टेटवाल को टिकट दिया गया है। गौतम टेटवाल को भारतीय जनता पार्टी से 2008 में विधानसभा क्षेत्र सारंगपुर से टिकट दिया गया था जिसमें टेटवाल 56138 वोट मिले थे और 16310 वोट से जीत हासिल कि थी। इसके इनको दुबारा मौका नहीं मिला। विधायक कुंवर कोठार को दो बार लगातार टिकट दिया जिसमें 2018 के खराब प्रदर्शन और कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते इस बार भाजपा ने पुनः गौतम टेटवाल पर विश्वास जताया है। गौतम टेटवाल की राजनीति छवि को क्षेत्र में एक दबंग छवि के तौर पर देखने को मिला है।
अपनी कड़क आवाज़ के साथ कई वीडियो उनके सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए हैं। 2008 के बाद पार्टी के आपसी मतभेद के चलते उनको दुबारा मौका नहीं मिला था लेकिन समय ने ऐसी करवट बदली की भाजपा को गौतम टेटवाल को मौका देना मजबूरी समझ सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी पुर्व प्रत्याशी कला महेश मालवीय को दुबारा मौका देना उचित समझा है। हालांकि स्थिति बहुत टक्कर की बन गई है और सारंगपुर में राजनीति गरमाई हुई है। अब समय ही तय करेगा कि गद्दी पर कौन बैठता है?
साथ ही देखने वाली यह बात होगी कि अन्य दलों में भी सक्रियता देखने को मिल रही है इसमें किसको फायदा होगा या नुकसान?आम आदमी पार्टी से अभी तक कोई उम्मीदवार सामने नहीं आया है तो बहुजन समाज पार्टी ने सबसे पहले सारंगपुर में अपना उम्मीदवार देवकरण वर्मा घोषित किया है। वहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी भी एक दो दिन में अपना प्रत्याशी घोषित करने वाली है। इस बार के विधानसभा चुनाव देखना दिलचस्प होगा क्योंकि दोनों तरफ छटपटाहट चल है। सभी विधानसभा सहित प्रदेश स्तर पर टक्कर रहेगी। इसमें छोटे दलों की अहम भूमिका रहेगी।