कबीर मिशन समाचार।
बोले-झांतला सभा से लोग आए तो प्रशासन पर प्रेशर डालकर कार्मिकों की भीड़ जुटाई
जावद। मुख्यमंत्री शिव राज चौहान की विधानसभा क्षेत्र के झांतला में हुई जनसभा को लेकर कांग्रेस प्रत्याक्षी समंदर पटेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रेस के नाम एक बयान में इसे जनसभा के स्थान पर कार्मिक सभा की संज्ञा देते हुए पूरी तरह से फेल बताया और कहा कि सीएम की सभा में महज तीन हजार लोगों का जुटना दर्शाता है कि उनके झूठे वायदों का पिटारा अब फुल हो चुका है। लगातार 18 साल तक प्रदेश की कमान संभालने के बावजूद विकास के वायदे करने पड़ रहे हैं जोकि उनके विकास के दावों पर प्रश्न चिन्ह है। मुख्यमंत्री को समझ लेना चाहिए कि झूठ अधिक समय तक नहीं चलता और देर सवेर सच्चाई बाहर आ ही जाती है। झूठे वायदों को सुन सुनकर लोग उनकी सभाओं से किनारा कर रहे है। सखलेचा को अंचल को पिछड़ेपन के अभिशाप से मुक्ति दिलाने वाले नेता के रूप में निरूपित किए जाने पर तंज कसते हुए पटेल ने कहा कि शिवराज एक बार रतनगढ़, झांतला और सिंगोली इलाके का दौरा कर लें। अपने मंत्रिमंडल के साथी सखलेचा ही क्षेत्र के लिए अभिशाप नजर आएंगे। घाटा क्षेत्र के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अभावों में जी रहे है। अब तो भाजपा के लोग कांग्रेस के सिर भी ठीकरा नहीं फोड़ सकते क्योंकि प्रदेश में 18 साल से तो केंद्र में लगभग 10 वर्ष से भाजपा शासन कर रही है। सवाल उठता है फिर भी विकास क्यों नहीं हो पाया? कहावत है कि कांठ की हांडी बार बार चूल्हे पर नहीं चढ़ती। झूठे सपने दिखाकर जनता को अधिक समय तक बरगलाया नहीं जा सकता। उन्होंने दावा किया कि इस बार जावद ही नहीं , पूरे प्रदेश में परिवर्तन की लहर चल रही है और तीन दिसंबर शिवराज सरकार का अंतिम दिन होगा। कमलनाथ मुख्यमंत्री की शपथ लेकर प्रदेश के सपनों को साकार करेंगे।