चीचली (जिला नरसिंहपुर) मध्यप्रदेश के जाने माने अनुसूचित जाति वर्ग के वरिष्ठ समाजसेवी, साहित्यकार जिला नरसिंहपुर तहसील गाडरवारा के चीचली निवासी जो कि अहिरवार समाज के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जिन्होंने सन् 1942 में अंग्रेजी सेना से युद्ध किया और अपने शौर्य, वीरतापूर्वक संघर्ष से अंग्रेजी सेना को चीचली राजमहल जो कि गोंड आदिवासी राजा का था। जिसकी रक्षा कर अपने प्राणों की बाजी लगाकर अंग्रेजों को गांव से खदेड़ कर सम्पूर्ण अहिरवार समाज ही नहीं अपितु अनुसूचित जाति वर्ग को गौरवान्वित किया था। जिनके सुपौत्र मूलचंद मेधोनिया को राज्य स्तरीय बैठक में संघ के संस्थापक माननीय श्री चौधरी अमान सिंह नरवरिया जी, माननीय श्री राजेश कुमार चौधरी प्रदेश अध्यक्ष सहित समाज के मुख्य अतिथि, विशेष अतिथियों ने फूल माला पहना कर ,सम्मान पत्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
यह सम्मान मेधोनिया जी का मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल जहांगीराबाद भोपाल स्थित संत रविदास मंदिर जिंसी चौराहा पर जहाँ गुरु रविदास अनुयायी जन प्रदेश के जिला, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रबुद्ध सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों के बीच में इस बाबत किया गया कि वह पत्रकार के रूप में दिन रात कलम चलकर न सिर्फ समाज की वरन् हर वर्ग समुदाय की सेवा करते रहते है। वही इनका आंदोलन अपने पूज्य दादा जी को सम्मान दिलाने के लिए लंबे समय से चल रहा था। जिसे अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन जो कि पूरी दुनिया में कौम का एक धार्मिक संगठन है जिसने संकल्प लिया और सभी सामाजिक संगठनों के प्रमुखों से आवाहन किया कि हमारी कौम का इतिहासिक पूर्वजों का रहा है।
जिनका इतिहास छुपाया गया, उनके उत्तराधिकारी परिवार को न उनकी यादगार में स्थान, स्मारक, मूर्ति कोई अभी तक नहीं बनाया गया। तथा न ही परिवार को सुविधा जो कि सरकार द्वारा अन्य शहीद परिवार को दी जाती रही है। उससे भी वंचित रखा गया है। प्रदेश के अहिरवार समाज ने उनका सम्मान करते हुए तय किया कि शीघ्र सरकार वीर मनीराम अहिरवार को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा व परिवार को सुविधाएं प्रदान करें यह मांग कर श्री मूलचन्द मेधोनिया का सम्मान कर समाज ने उक्त आवश्यक मांग को लेकर चरणबद्ध कार्यक्रम करने का भी संकल्प पारित कर अहिरवार समाज के सभी
प्रदेश व जिला पदाधिकारियों द्वारा बधाई देते हुए सहयोग आंदोलन में करने की घोषणा की गई।