टमाटर को लेटाकर लगाना असामान्य लग सकता है, लेकिन यह विधि ठोस बागवानी विज्ञान पर आधारित है और आपके बगीचे में टमाटर के उत्पादन को काफी हद तक बढ़ा सकती है। टमाटर के पौधों के तने एपिडर्मल परत के ठीक नीचे पैरेन्काइमा कोशिकाओं से सुसज्जित होते हैं, जो मिट्टी में दबाने पर अपस्थानिक जड़ों में विकसित होने में सक्षम होते हैं। आज के लेख में बताया गया है कि टमाटर को लेटाकर लगाना बेहतर उपज के लिए कैसे फायदेमंद हों सक्ता है।
■ टमाटर को लेटाकर क्यों लगाएं?
● बेहतर जड़ प्रणाली:जब टमाटर को लेटाकर लगाया जाता है, तो तने के साथ-साथ अतिरिक्त जड़ें विकसित हो सकती हैं, जिससे पौधे की पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे टमाटर का पौधा अधिक स्वस्थ रहता है।
● स्थिरता:एक गहरी और अधिक व्यापक जड़ प्रणाली अधिक स्थिरता प्रदान करती है, जिससे हवा या फल के वजन से नुकसान का जोखिम कम होता है।
● अधिक उपज:बढ़ी हुई जड मिट्टी से अधिक मात्रा से पोषक तत्व अवशोषित करती है, जो तेज विकास और अधिक उपज में सहयोग करता है।
■ टमाटर को लेटाकर कैसे लगाएँ
● सही जगह चुनें:अपने बगीचे में एक ऐसी जगह चुनें जहाँ प्रतिदिन कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप मिले, यह इष्टतम विकास के लिए ज़रूरी है।
● मिट्टी तैयार करें:मिट्टी को जैविक खाद से समृद्ध करें। सुनिश्चित करें कि मिट्टी का pH टमाटर के पौधों के लिए अनुकूल है, आदर्श रूप से 6.0 और 6.8 के बीच होना उत्तम है।● पौध तैयार करें:पौधे की निचली सभी पत्तियों को हटा दें, केवल ऊपरी 1 जोड़ पत्तियों को छोड़ दें ताकि दबे हुए तने के साथ जड़ की वृद्धि को बढ़ावा मिले।
● मिट्टी में जगह लगाये:चित्र में बताये अनुसार पौधे से बढवार लेने के लिए पौधे के तने की लंबाई के अनुसार लगभग 6 इंच गहरी उथली मिट्टी में टमाटर के पौधें को लेटाकर रखें, पौधे के ऊपरी हिस्से को ज़मीन से ऊपर रखें और सुनिश्चित करें कि तना थोड़ा ऊपर की ओर मुड़ा हुआ हो। आप किसी लकड़ी से हल्के हाथों से बांध कर सहारा भी दे सकते हैं। अब मिट्टी से तने को ढँक दें। ध्यान रहे ऊपरी पत्तियाँ खुली रहें। पौधे के चारों ओर मिट्टी को धीरे से दबाएं। अब अच्छी तरह से पानी दें।
■ टमाटर की अच्छी पैदवार के लिए सुझाव
● साथी रोपण:तुलसी, मैरीगोल्ड जैसे लाभकारी साथी पौधे लगाकर अपने टमाटर के बगीचे को बेहतर बनाएँ, जो कीटों और बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं।
● पानी देने की तकनीक:अपने टमाटरों को पर्याप्त नमी मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार पानी देने की प्रथाएँ अपनाएँ, जो तनाव को रोकने और स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
● शुरुआती मौसम की सुरक्षा:बढ़ते मौसम के अनुसार जल्दी फसल प्राप्त करने के लिए ठंडी जलवायु में छोटे पौधों को उचित सुरक्षा दें।
● कटाई:टमाटर को तब काटें जब वे पूरे लाल रंग और पूरी तरह पाक कर तैयार हो जाएँ।
टमाटर को लेटाकर लगाने से पौधे की प्राकृतिक क्षमता का लाभ मिलता है, जिससे एक मजबूत जड़ प्रणाली बनती है, और पौधे स्वस्थ रहते हैं और अधिक उपज भी मिलती है। इस प्रकार आप रसदार स्वादिष्ट टमाटर का आनंद ले सकते हैं। आज के लेख पर अपने विचार आप कमेंट करके बता सकते हैं। पसंद आने पर अपने मित्रों के साथ साझा भी करें।