परीक्षा परिणाम को पोर्टल पर अपलोड करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने तीन दिवस हेतु पोर्टल पुनः खोला
कक्षा 3, 4, 6 व 7 के विद्यार्थी जो अन्य विद्यालय में प्रवेश लेना चाहते हैं प्रोविजनल अंक सूची ले सकेंगे, लेकिन अब स्कूलों में एडमिशन तक बंद हो चुके
भोपाल। शाजापुर जिले के पोलायखुर्द गांव के बृजेश परमार की जागरूकता के कारण कक्षा 5 व 8 के हजारों विद्यार्थियों का साल खराब होने से बच गया। कक्षा 8 वीं के एक छात्र के अंतिम परीक्षा परिणाम की अंकसूची में अर्द्धवार्षिक परीक्षा और प्रोजेक्ट के अंक प्रविष्ट न होने के कारण उसे अनुत्तीर्ण कर दिया गया।
बृजेश परमार बताते हैं कि बीआरसी, डीपीसी से लेकर संबंधित स्कूल के शिक्षकों एवं प्राचार्य से संपर्क करने के बाद भी समाधान ना मिल पाने पर उन्होंने भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के कार्यालय प्रभारी डॉ. राजकुमार मालवीय के संज्ञान में इस प्रकरण को लाया, जिन्होंने राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह को पत्र लिखा और उनसे मुलाकात कर उन्हें पूरे प्रकरण को गंभीरता से समझाया। डॉ. राजकुमार मालवीय ने बताया कि शासकीय विद्यालयों में भ्रमण के दौरान भी इस प्रकार की विसंगतियां सामने आई थी। जिनके बारे में भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. अखिलेश खंडेलवाल को बताया गया, उन्होंने ही संचालक राज्य शिक्षा केंद्र को पत्र जारी करने के लिए निर्देशित किया।
डॉ. राजकुमार मालवीय बताते हैं कि प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के कुछ विद्यार्थी टीसी लेकर अन्य विद्यालयों में प्रवेश लेना चाहते थे, परंतु स्कूल शिक्षा विभाग की विसंगति के कारण उन्हें अब तक अंतिम परीक्षा परिणाम की अंकसूची नहीं मिल पाई हैं। संबंधित स्कूलों के शिक्षकों, प्राचार्यों, बीआरसी व डीपीसी से संपर्क करने पर भी कोई भी अंकसूची प्रदान करने की जानकारी तक नहीं दे पाएं। तत्कालीन राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस को प्रकरण संज्ञान में लाने पर उन्होंने विभाग की मूल्यांकन शाखा में पदस्थ हरगोविंद खरे से मिलने के लिए कहा। हरगोविंद खरे ने जानकारी मंगाई परंतु कोई समाधान नहीं मिल पा रहा था, तब उन्हें मेरे द्वारा सुझाव दिया गया कि ऐसे प्रकरणों में प्रोविजनल अंक सूची प्रदान की जा सकती है। तब जाकर 2 जुलाई को एक विद्यार्थी को प्रोविजनल अंक सूची दी गई।
हाल ही में भाजपा झुग्गी संपर्क शाजापुर जिला प्रभारी बृजेश परमार ने कक्षा पांचवी और आठवीं के विद्यार्थियों को अनुत्तीर्ण करने संबंधी विषय संज्ञान में लाया। संचालक हरजिंदर सिंह को दोनों विषय पुनः बताए गए। उन्होंने त्वरित कार्यवाही करते हुए तत्काल सर्कुलर जारी करवाएं हैं कि कक्षा 5 व 8 वार्षिक परीक्षा सत्र 2023 – 24 में सम्मिलित परीक्षार्थियों के अर्द्धवार्षिक परीक्षा एवं प्रोजेक्ट कार्य के प्राप्तांको की परीक्षा पोर्टल पर छात्रवार प्रविष्टि डीसीपी के लॉगिन पोर्टल पर तीन दिवस के भीतर 25 जुलाई 2024 से 27 जुलाई 2024 तक कराया जाना सुनिश्चित करें, वहीं टीसी लेकर अन्यत्र विद्यालय में प्रवेश लेने वाले कक्षा 3, 4, 6 व 7 के छात्रों को प्रोविजनल प्रगति पत्रक (अंक सूची) प्रदान की जाए।
अंको की प्रविष्टि में त्रुटि करने वाले शाला प्रमुख व डीपीसी को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। पर भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक डॉ. अखिलेश खंडेलवाल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि पूरे प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले, गरीब, किसान व मजदूर वर्ग के बच्चे पढ़ने जाते हैं, जिनके उत्थान के लिए हमारी सरकार नवाचार आधारित कई सकारात्मक प्रयास कर रही है, बावजूद लापरवाह अधिकारियों की वजह से इन गरीब बच्चों को ऐसी विसंगतियों से जूझना पड़ रहा है।
अब तक अंकसूची प्रदान न कर पाना और कक्षा 5 व 8 की अंकसूचियों में त्रुटि मिलना अत्यंत गंभीर मामला है। अब तो स्कूलों में प्रवेश भी बंद हो गए हैं और कक्षाओं में काफी कोर्स पढ़ाया जा चुका है। यह गरीब बच्चों के भविष्य के साथ सरासर खिलवाड़ है। संचालक हरजिंदर सिंह से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व प्रदेश संयोजक महेश जोशी ने इस विषय की गंभीरता को समझते हुए चिंता व्यक्त की है कि अब तक अंकसूची प्रदाय ना कर पाना स्कूल शिक्षा विभाग की बहुत बड़ी नाकामी है, जिससे हजारों विद्यार्थी जूझ रहे होंगे।