अंधविश्वास,पाखंड, या कुछ ओर वजह।आज समाज के ऊपर बात आई तो कलम किसी की भी उठ ही जाती हे लिखने की जवाबदारी
ओर हमारा कर्तव्य हमे हमेशा याद होना चाहिए, आज धर्म ,हर वर्ग हर समाज ओर हर जाती में ऐसा लग रहा है
जैसे गरीब और बर्बाद होने की होड लगी हो वहीं एक तबका इसी में हाशिए पर खड़ा हे या मानकर चले कि लगभग बर्बाद ही हो गया है बात कर रहे हे sc यानी अनुसूचित जाति की जिसमें कहीं सैकड़ों जाति समिल्लित होती हैं आज अनुसूचित जाति में कही ऐसी रूढ़िवादी परम्परा ओर मान्यताएं हैं जैसे नुक्ता प्रथा मान प्रथा ममेरा प्रथा ए इसी परंपरा हे जो आज भी समाज की
रीढ़ की हड्डी तोड़कर रख देती हैं , नुक्ता प्रथा:हम पैदा होते है और पैदा होने के बाद में जीवन भर संघर्ष करते हैं और जैसे तैसे हमारी माली हालत को सामने रखकर जीवन यापन करते हैं तब हमारे परिवार में किसी की मृत्यु होती हे तो एक तरफ तो हमारे घर घर में लाश पड़ी रहती है
वही दूसरी तरफ अंतिम शव यात्रा में आए लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जाती है ताकि कोई भी मेहमान भूखा न रहे अगर किसी गरीब घर में यह व्यवस्था नहीं की जाती है तो लोग तरह तरह की बाते करते हे और उस गरीब परिवार को शर्मिंदा होना पड़ता है
वही मृत्यु के बाद 10 दिन तक दिन पाले जाते है जिसके बाद आता हे नुक्ता प्रथा एक ऐसी बीमारी या कुप्रथा जो एक परिवार को कही सालों पीछे या बर्बाद बर्बाद तक कर देती है ऐसी प्रथा हर बड़े बड़े कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ नेता या वरिष्ठ गणमान्य के द्वारा अपील की जाती है
कि नुक्ता प्रथा बंद होनी चाहिए लेकिन जब उनके घर या परिवार की आती है तो वहीं वरिष्ठ नेता या गणमान्य उस नुक्ता प्रथा को बढ़ावा देकर बड़े बड़े कार्यक्रम करते हैं जिससे लगता हे कि नुक्ता करना चाहिए लेकिन सबसे पहले तो इन वरिष्ठ नेताओं को यह प्रथा बंद करनी चाहिए तभी समाज के लोगो में अंधविश्वास और गरीबी कुछ हद तक मिट सकती है या खत्म हो सकती है।
नशा एक अभिशाप है।आज हमारे देश की युवा पीढ़ी नशे में डूबता जा रही है। फिर चाहे वह नशा शराब ,गांजा ,भांग,अफीम,गुटका या इससे भी बड़ा नशा हो। इससे उनकी मानसिक स्थिति शारीरिक स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।
जिसे एक बार नशे की लत पड़ जाती है फिर वह चाह कर भी इससे बाहर नहीं ए पाता है। आज की युवा पीढ़ी बहुत ज्यादा दबाव में रहती है, चाहे वह उनका करियर हो या फिर उनके निजी जीवन। यह एक ऐसा अभिशाप है जिससे अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है।
हमारी सरकार बताती तो है कि नशा सेहत के लिए हानिकारक है, परंतु सच यह भी है की नशा बेचने और नशा खरीदने पर कोई रोक-टोक नहीं है। जब नशा बेचने और खरीदने पर कोई रोक-टोक है ही नहीं या कोई कानून है ही नहीं तो फिर नशे का प्रयोग करने पर क्या रोक-टोक होगी। इसका सबसे बड़ा कारण यही है
कि नशे का समान चाहे वह कोई भी हो बेचा जा रहा है जिससे सरकार को अच्छी खासी आमदनी होती है। भारत में शराब के सेवन से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। 2016 से 2022 के बीच में अवैध शराब से 6172 लोगों की मौत हुई। वहीं पर शराब के कारण न जाने कितने घर बर्बाद हो गए। और न जाने कितनी उच्च
आईसीसीगृह विभाग मां बहनों से उनके उनके बेटे और भ छीन गए। वहीं पर न जाने कितनी पत्नियों से और बच्चों से उनके सिर पर से साया छीन लिया गया हो। शराब से होने वाली मौत के बारे में सरकार के पास कोई भी सटीक आंकड़ा नहीं है।
WHO की रिपोर्ट के अनुसार शराब से होने वाले मौतें इस प्रकार हैं…विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में शराब के सेवन से हर साल लगभग 36 लाख लोगों की मौत होती है। अवैध शराब से मौतें :2016 से लेकर 2022 तक भारत में अवैध और नकली शराब पीने से
6,172 लोगों की मौत हो गई।सरकारी आंकड़े के अनुसार: 2016 में 1054,2017 में 1510,2018 में 1365, 2019 में 1296 और 2020 में 947 लोगों की मौत हुई। खराब या बरबाद घरों की संख्या:सरकारी आंकड़ों की कमी या फिर लापरवा ही
के कारण सरकार के पास इस बारे में कोई भी आंकड़ा नहीं है।अतिरिक्त जानकारी:शराब पीने वालों की संख्या : भारत में लगभग 16 करोड लोग शराब का सेवन करते हैं।शराब के सेवन से होने वाले नुकसान:
शराब के सेवन से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां होती हैं जैसे लीवर की बीमारी ,मानसिक बीमारी, किडनी की बीमारी,हृदय रोग और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां भी शराब के सेवन से होती हैं।शराब और सड़क दुर्घटनाएं:
शराब के सेवन के कारण सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा भी बढ़ जाता है।इस तरह से हम अच्छी तरह से देख पा रहे हैं कि नशे के कारण न जाने कितनी जिंदगियां ,कितने घर ,कितने परिवार ,समाज और देश को हानियां हो रही है,
और साथ ही साथ परेशानियां भी उठानी पड़ रही है, लेकिन फिर भी सरकार इसके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करती है और ना ही कोई एक्शन लेती है।लेखक: संजय सोलंकी बहुजन चिंतक एवं सामाजिक कार्यकर्ता ।कबीर मिशन समाचार प्रदेश प्रतिनिधि मप्र स