कबीर मिशन समाचार बड़वानी
बड़वानी 24 जुलाई 2022/सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री निलेशसिंह रघुवंशी ने जिले के समस्त छात्रावास, आश्रमों के अधीक्षक, बीईओ एवं विशिष्ट संस्थाओं (कन्या शिक्षा परिसरों एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों) के प्राचार्यो की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिये।
समस्त छात्रवास, आश्रमों के अधीक्षकों, बीईओ एवं प्राचार्यों को निर्देशित किया गया कि छात्रावास, आश्रमों में निवासरत विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से कराया जाये। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग या आर. बी. एस. के. (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कल्याण) टीम से विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये।
समस्त छात्रावास, आश्रम अधीक्षकों को अपने-अपने छात्रावस, आश्रमों में बोर्ड/सूचना पटल पर महत्वपूर्ण सुविधाओं, महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नाम एवं दूरभाष क्रमांक अनिवार्य रूप से अद्यतन करवाये।
छात्रावास, आश्रमों में साफ-सफाई, कक्षों एवं किचन की साफ-सफाई, भवन की रंगाई-पुताई एवं मरम्मत आवश्यक होने पर करवाये।
कन्या छात्रावास, आश्रमों में महिला चैकीदार रखे जाये।
समस्त अधीक्षकों को मुख्यालय पर निवास करे। अगर किसी भी अधीक्षक द्वारा मुख्यालय पर निवास नहीं किया जाता है तो उन्हें अधीक्षक पद से मुक्त कर, शैक्षणिक कार्य संपादन हेतु दायित्व सौंपा जायेगा।
विद्यार्थियों को प्रातः काल समय पर जगाने के उपरांत व्यायाम कराये, दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर सुबह का नाश्ता कराये तथा भोजन कराये जाने के पश्चात् विद्यालय भेजा जाये।
छात्रावास से विद्यालय की अत्यधिक दूरी होने पर किसी भृत्य अथवा स्वयं अधीक्षक अपने छात्रावास के विद्यार्थियों को विद्यालय लेकर जावे।
विद्यार्थियों के वापस छात्रावास आने पर खेलकूद, व्यायाम कराना तथा सायंकाल का नाश्ता कराना सुनिश्चित करें । तत्पश्चात् रात्रि भोजन समय पर करावें ।
विद्यार्थियों को समय से सोने के लिये भेजना एवं पुनः मध्य रात्रि में निगरानी रखी जाये।
अधीक्षक का व्यवहार मृदुभाषी हो जिससे विद्यार्थियों के साथ निकट संपर्क बने रहे।
छात्रावास, आश्रम में निवासरत विद्यार्थियों को स्वयं का मोबाईल रखना प्रतिबंधित है, यह जानकारी पालकों एवं विद्यार्थियों को दी जाये।
समस्त छात्रावास, आश्रमों की रिक्त भूमि पर अंकुर अभियान अंतर्गत पौधारोपण किया जाये। साथ ही पौधे की फोटो वायुदूत एप डाउनलोड किये जाकर रजिस्ट्रेशन कराये । साथ ही छात्रावास में किचन गार्डन भी बनाया जाये।
छात्रावासी विद्यार्थियों को जिन्हें कोविड-19 के प्रथम एवं द्वितीय डोज लग चुके है, उन्हें प्रीकॉशन डोज (बूस्टर डोज) लगवाया जाये।