मूलचंद मेधोनिया पत्रकार भोपाल
भोपाल। अनुसूचित जाति वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग में अनेक सामाजिक संगठनों के माध्यम से सभी सामाजिक व्यक्तियों के द्वारा अपने अपने स्तर पर सामाजिक कार्य करते है। लेकिन महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदीश वर्मा जी एक ऐसे सामाजिक सरोकारों में से एक है। जिन्होंने अभी तक मध्यप्रदेश के 11 जिलों में भ्रमण व पद यात्रा के जरिए सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को एक करने में जुटे हुए है।
भोपाल शहर के माता मंदिर चौराहा पर इंजीनियर संजीव सक्सेना के कार्यालय पर महासंघ की आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई।जिसकी अध्यक्षता श्री महेश नंदमेहर राष्ट्रीय अध्यक्ष सतगुरु संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत ने की। जबकि मुख्य अतिथि श्री जगदीश वर्मा है रहे। सामाजिक एकजुटता और उत्थान हेतु अनेक महत्वपूर्ण चर्चा व संगठन विस्तार को लेकर सभी ने अपनी राह रखी। बैठक को श्री दुलीचंद पटेल ने एवं संतोष कमल वरिष्ठ समाजसेवी एवं पत्रकार अपनी राह व चिंतन कर सभी को सद्भाव बना कर काम करने पर जोर दिया। बैठक में मूलचंद मेधोनिया पत्रकार ने भी अपना परिचय के माध्यम से सामाजिक वरिष्ठ समाजसेवीयों के बीच में बताया कि सभी राजनैतिक दलों के द्वारा हमारे महापुरुषों व महान क्रांतिकारी शहीद व वीरों को छुपाने का भरपूर काम किया।
उन्होंने बताया कि मेरे दादा शूरवीर मनीराम अहिरवार जी गोंड राजा श्री शंकर प्रताप सिंह जूदेव के राजमहल में सेवादार थे। जिन्होंने सन् 19 42 के महात्मा गांधी जी के आवाहन पर अपने गोंड राजा के महल की सुरक्षा करते हुए अंग्रेजों से युद्ध लड़ा और फिर उन्हें घायल कर गांव से खदेड़ दिया। ऐसे मेरे पूजनीय दादाजी का आजादी का योगदान का कम आंका गया और इतिहास में दर्ज तक नहीं किया गया।
जबकि उनके युद्ध में उन पर अंग्रेजों की चलीं गोलियों में से वीरांगना गौरादेवी कतिया जी की शहादत हुई थी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि हमारे सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा हमारी आवाज उठा कर सम्मान दें रहे है। महासंघ की बैठक में श्री सुम्मेर सिंह जाटव , श्री भोजराज चौसुरिया, श्री समरत लाल अहिरवार, रुपसिंह अहिरवार, श्री सोदान सिंह जाटव, श्री जगदीश जाटव, श्री श्रीवास, श्री दिनेश रावत, श्री दीपक वंशकार इत्यादि सामाजिक लोगों ने भी अपनी-अपनी राह रखी।
बैठक के अंत में अध्यक्षीय वक्तव्य श्री महेश नंदमेहर ने दिये उन्होंने महासंघ को तन मन धन से सहयोग करने का आश्वासन दिया। तथा सभी को एकजुट रहने का संदेश दिया। महासंघ के सभी पदाधिकारियों ने इस बैठक में उन्हें अपना मुख्य संरक्षक मानकर उन्हें पत्र देकर सम्मानित किया।