शहर में बाढ़ की आशंका को भी दरकिनार कर रहे नपा के जिम्मेदार
कबीर मिशन समाचार। धीरज नायक नीमच।
शहर के चारों तरफ बह रहे नालों में इन दिनों जलकुंभी का अंबार है। जलकुंभी समय रहते नपा ने हटाई नहीं और अब जब बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है तब भी केवल प्रयोग किये जा रहे हैं। नगर की जनता के जानमाल से नगरपालिका के जिम्मेदारों का कोई सरोकार नहीं है। इस आशय का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य उमरावसिंह गुर्जर ने कहा कि नगरपालिका के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने पूरे वर्ष नालों की सुध तक नहीं ली।
जबकि बजट में हर बार नालों को केनाल प्रोजेक्ट के नाम से करोड़ों की सौंदर्यीकरण योजना का बखान किया जाता रहा। बारिश आने के पहले भी नपा के जिम्मेदारों ने दावे किए थे कि नीमच के नालों को जलकुंभी मुक्त करने के लिए इंदौर से विशेष मशीनें लाकर कार्य करवाया जाएगा। इस बीच बारिश आ गई और जलकुंभी भी लगातार बढ़ती रही। जलकुंभी की सफाई के लिए कहीं कहीं जेसीबी मशीन लगाकर औपचारिकता की गई तो वहां भी जेसीबी फंस गई। फिर कहा जा रहा है कि नालों से जलकुंभी नष्ट करने के लिए केमिकल का उपयोग किया जाएगा।
जबकि जिम्मेदारों को समझना चाहिए कि इन नालों का पानी साफ कर उपयोग करने की योजना भी पहले बन चुकी है। वर्तमान में केमिकल के उपयोग के कारण पशुओं को नुकसान हो सकते हैं। नगर पालिका के जिम्मेदार लोग हर बार नए प्रयोग के नाम पर औपचारिकताएं कर रहे हैं।
इससे समय निकलता जा रहा है और कभी भारी बारिश में नीमच शहर को नगरपालिका के कारनामों के कारण भारी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। गुर्जर ने कहा कि समय रहते नगरपालिका को शहर के नालों की सफाई करवाना चाहिए, शहर के नागरिकों को उनके हाल पर न छोड़ें।