मूलचन्द मेधोनिया पत्रकार भोपाल मोबाइल 8878054839
भोपाल ।सरकारी योजनाओं के नाम पर सैकड़ों आवेदन पत्र /फार्मों की लोकसेवा के भोपाल केंद्र में वहां के बाबू विनोद और वहां की मैडम दस से बीस रुपये में बैच कर भ्रष्टाचार कर कमाई कर रहे हैं। यहां सरकारी विभागों की सैकड़ों योजना जिसमें किसान, मजदूर, विद्यार्थियों के आय जाति मूल निवासी के साथ अनेक प्रकार की सरकारी योजनाओं के आवेदन आनलाईन जमा होते है। जिनके फार्मों को बैच कर अपनी जेब भरने और कमाई की जा रही है।
आज दिनांक 2 फरवरी 2022 को जानकारी आवेदक सोम अहिरवार से मिली की मुख्यमंत्री कन्या सहायता योजना का फार्म लेने के लिए पहले पचास रुपये मांगें गई। सोम के पूछने पर कि मुझे तो मालूम है कि पांच रुपये में फार्म मिलता है। ये सुनकर मैडम ने बोला कि विवाह सहायता का फार्म चाहिए क्या? आवेदक ने हां बोला तो बाबू ने कहा कि बीस रुपये दे दो। इस प्रकार से खुलेआम सरकारी योजनाओं के फार्मों का बिक्रय किये जा रहे हैं।
पत्रकार राहुल राजपूत के साथ एक आवेदक ने फार्म लिया तो उससे दस रुपये लिए। जब आवेदक ने रसीद मांग की तो लोकसेवा केंद्र का बाबू आपे से बाहर हो गया। वह साफ कह रहा है कि ये मेरा लोकसेवा केंद्र है। मै जितने पैसे मांगूंगा वह देना होगा। यू तो टी. टी. नगर तहसील कार्यालय भ्रष्टाचार के रूप में जाना जाता है। यहां पर परिचय पत्र /वोटर आईडी पांच सौ रुपये लेकर बनाये जाने का कारोबार लम्बे समय से अधिकारियों के नाक के नीचे चल रहा है। वहीं लोकसेवा लूटपाट का केंद्र बन गया है। सरकार रहनुमाओं कोई शरम नही है कि राजधानी भोपाल के हाल ऐसे है तो मध्यप्रदेश के जिलों में और ग्रामीण क्षेत्रों में क्या हाल होगें। लोकसभा केंद्र में पत्रकार मूलचन्द मेधोनिया ने बोला कि आप फार्म के पैसे ले रहे है तो आवेदकों को रसीद दे। वहां पर अन्य आवेदकों ने भी बताया कि हम सभी से बाबू ने मान माने पैसे लिए है तभी फार्म दिये गये है। बाबू के भ्रष्टाचार एवं गैरकानूनी तरीके से रुपये वसूलने के लोगों ने वीडियो भी बनाये है। तथा सभी ने बताया कि फार्म के बैचे जा रहे है। वहीं आनलाईन फार्म जमा करने के लिए पचास रुपये से सौ रुपये जमा करवायें जा रहे है। कम्प्युटर से मात्र 45 रुपये की पर्ची दी जा रही है।
लोकसेवा केंद्र बारह दफ्तर टी. टी. नगर जवाहर चौक भोपाल के पास स्थित है। यहां पर हो रही लूटपाट, भ्रष्टाचार से सभी आवेदकों में भारी नाराजगी है। उन्होंने भोपाल जिला प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही हो। शासन से भी अनुरोध कर मांग की है कि प्रदेश की राजधानी भोपाल के लोकसेवा केंद्र के कर्मचारियों पर शीघ्र कार्यवाही कर सरकारी फार्मो के बिक्रय पर रोक लगाई जाए।