बड़ी बात है कि पीड़िता द्वारा नरकोपी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद भी ग्रामीण ना तो झुकने तो तैयार हैं।
ना मानने को राजी हैं। करीब एक माह पहले एक बार गांव पहुंची नरकोपी पुलिस को ग्रामीणों के विरोध के कारण वापस लौटना पड़ा था।
मजबूरन पीड़ित महिला सपरिवार पतरातु तेतरटोली स्थित अपने मायके जाकर रहने लगी थी। एक महीने तक वहां रहने के बाद अब जब धान काटने के लिए गांव पहुंची तो फिर से ग्रामीण उन्हें परेशान करने लगे हैं।राजधानी से करीब 50 किलोमीटर दूर चान्हो प्रखंड के चुटियो गांव की रहने।
वाली 50 साल की एक आदिवासी महिला मंगरी उरांव को डायन बताकर पिछले चार महीने से प्रताड़ित किया जा रहा है।
ग्रामीणों की प्रताड़ना के कारण पूरा परिवार दहशत में है। पीड़ित महिला के अनुसार पूरा गांव गोलबंद होकर उनका और उनके परिवार का जीना मुहाल कर रखा है। उनके घर को तोड़ दिया।
पानी का पाइप लाइन काट दिया। बिजली भी काट दी गई है।बड़ी बात है कि पीड़िता द्वारा नरकोपी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद भी ग्रामीण ना तो झुकने तो तैयार हैं।
ना मानने को राजी हैं। करीब एक माह पहले एक बार गांव पहुंची नरकोपी पुलिस को ग्रामीणों के विरोध के कारण वापस लौटना पड़ा था।
मजबूरन पीड़ित महिला सपरिवार पतरातु तेतरटोली स्थित अपने मायके जाकर रहने लगी थी। एक महीने तक वहां रहने के बाद अब जब धान काटने के लिए गांव पहुंची तो फिर से ग्रामीण उन्हें परेशान करने लगे हैं।
पीड़िता मंगरी को गांव में मीटिंग कर फरमान जारी किया गया है और उन्हें डायन बताते हुए उनका बहिष्कार करने का निर्णय हुआ है। अभी हालत ऐसे हैं कि ग्रामीण उन्हें धान भी नही काटने नहीं दे रहे थे।
जिस रास्ते से वह जाती थी वहां लाठी डंडा लेकर खड़ा रहते थे।अभी धनकटनी का सीजन चल रहा है।ऐसे में मंगरी को न कोई मजदूर मिल रहा है न ही कोई गाड़ी वाला धान मिसने और काटने के लिए तैयार हो रहा है। जानकारी मिलने पर नारकोपी पुलिस वहां पहुंची और पुलिस बल की मौजूदगी में धान कटवाया गया।
हालांकि अभी भी उनका पूरा धान नहीं कटा है।दरअसल एक साल में गांव में चार अलग अलग लोगों की मौत हो जाने के बाद ग्रामीण जब एक ओझा के पास गए थे ओझा द्वारा उन्हें बताया गया
कि गांव में जो भी हो रहा है, वह मंगरी के वजह से हो रहा है।उसके बाद गांव वाले मंगरी को डायन समझने लगे।पीड़िता मंगरी उरांव ने बताया कि गांव में अलग अलग कारणों से तीन-चार लोगों की मौत हो गई थी
, तो गांव वालों को लगने लगा कि डायन बिसाही के कारण ही ऐसा हो रहा है। उसके बाद एक दिन गांव के 40-50 लोग 3 बजे सुबह में बुढ़मू के तरफ बारूबेड़ा नामक स्थान पर गए। वहां मौजूद ओझा ने कहा कि मंगरी के कारण ही गांव में ऐसा हो रहा है।
इसके बाद पूरा गांव मंगरी को डायन समझने लगा। मंगरी से बोला गया कि गांव को ठीक करने के लिए चार लाख दो।जब मंगरी ने गरीबी का हवाला देते हुए पैसे देने से मना किया तो गांव वाले उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे है। मंगरी के अनुसार गांव में उनकी जान को खतरा है।
सवाल- चुटियो गांव में एक महिला चार महीने से प्रताड़ित हो रही है, पुलिस का क्या एक्शन है?
जवाब- एफआईआर हो गई है।107,113, 116 लगाए है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
सवाल-एफआईआर कब हुई है।गांव में पुलिस को भी रोका गया?
जवाब- दो माह पहले एफआईआर हुई है। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है। मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा।
सवाल- पीड़िता को अपने खेत में धान नहीं काटने दिया जा रहा है?
जवाब- पुलिस बल की मौजूदगी में पीड़िता के खेत का धान कटवाया गया है।
, QR और कैश में होगा पेमेंट, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम डॉ मोहन यादव ने किया शुभारंभ।
उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में अब लड्डू प्रसाद लेने के लिए लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा। देश शायद ये पहला मंदिर होने जा रहा है। जहां एटीएम जैसी मशीन के जरिए श्रद्धालुओं को प्रसाद की सुविधा मिलेगी। मंदिर में क्यूआर कोड स्कैन करके पेमेंट करनी होगी। जिसके बाद लड्डू का पैकेट मशीन से बाहर निकलेगा। रविवार को एटीएम मशीन का शुभारंभ बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम डॉ मोहन यादव के द्वारा किया गया।
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