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धार। अंर्तराष्ट्रीय मॉरीशस दिवस के उपलक्ष्य पर विज्ञान जागरूकता, मेले में दिखाई प्रतिभा

धार। जिला संवाददाता। वरखण्ड विद्या पीठ स्कूल जिला धार में विज्ञान एवं प्रौधोगिकी विभाग भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से परमात्मा सेवार्थ ग्रुप द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 12 से 14 मार्च 2024 विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये डॉ. योगेन्द्र पचौरी ने कहा कि आज अन्तराष्ट्रीय मॉरीशस दिवस है और अफ्रीका महाद्वीप का देश मॉरीशस आज अपनी आजादी की स्वर्ण जयंती मना रहा है। मॉरीशस के नेताओं ने अपनी आजादी का दिन 12 मार्च का इसलिए चुना क्योकि उनके जेहन में अपनी आजादी के संघर्षो के प्रेरणास्त्रोत महात्मा गाँधी और उनके द्वारा 12 मार्च 1930 को निकाला गया दांडी मार्च था।

गन्ना खेती मॉरीशस की अर्थव्यवस्था की रीढ रही है और जब 1834 में दास प्रथा की समाप्ति के बाद वहाँ गन्ना खेती के लिए मजदूरा की किल्लत हुई तब वहाँ की अंग्रेजी हुकूमत सस्ती मजदूरी के लिए भारत के गिरमिटिया मजदूरों को मॉरीशस ले गई। लेकिन यह प्रथा बाद में 12 मार्च का ही यह कानून बंद हो गया था। गिरमिटिया असल में अंग्रजी शब्द अग्रीमेंट का अपभंश है अंग्रेज मजदूरों की भर्ती के लिए समय एम अग्रीमेंट करते थे जिसमें उनकी सेवा अवधि 5 वर्ष, मजदूरी की राशि के साथ-साथ वापसी के लिए जहाज के टिकट आदि का प्रावधान था।डॉ. प्रमोद कटारे ने विज्ञान में कहा कि मॉरीशस में जो लोग भारत से ऐसे अनुबंधों के जरियें मारीशस और अन्य देशों में मजदूरी करने गए उन्हे ही गिरमिटिया मजदूर कहा गया। तब मारीशस जाने के लिए बंगाल और मद्रास के बंदरगाह का इस्तेमाल हुआ, लेकिन अधिकांश लोग कलकत्ता बंदरगाह से गए। बिहार तब बंगाल प्रेसीडेंसी का अंग था।

गिरमिटिया मजदूरों की भर्ती आरा, भोजपुर, रोहतास, कमूर, वक्सर, गालीपुर, मुजफ्फरपुर, चंपारण, शाहाबाद, पटना और गया से मुख्य रूप से हुईडॉ. कमल प्रजापति ने विज्ञान मेले के समापन में कहा कि आज 14 मार्च का दिन है और 14 मार्च का दिनहमारे जीवन में और पढने-लिखने बाले सभी विद्यार्थियों के जीवन से जुडा दिन है आज अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस (r) है पाई दिवस गणितीय स्थित पाई का वार्षिक उत्सव है। पाइ दिवस 14 मार्च के दि नही मनाया जाता है सयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधि सभा ने पाई दिवस की मान्यता का समर्थन किया। जो आर्किमिडीज से दो दशमलव स्थानों और तिथियो के लिए सटीक है।

तीन दिवसीय विज्ञान मेले में छात्र-छात्राओ ने इक्स्टेम्परी, फिल्म शो, वाद विवाद प्रतियोगिता, क्यिज प्रतियोगिता, स्ट्रीट प्ले (नुक्कड नाटक) साइंस मॉडल प्रतियोगिताओं में भाग लिया जिसमें सभी विजयीप्रतियोगिताओं को पुरूस्कृत किया गया जिसमें साइंस मॉडल प्रतियोगिता में वैष्णवी डण्डोतिया ने प्रथम पुरूस्कार, शिवांग्य शर्मा ने दूसरा पुरूस्कार, एवं वंश जोशी ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया।

इक्स्टेम्परी में लक्ष्मी परमार ने प्रथम प्ररूस्कार प्राप्त किया व आयुशी शर्मा ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं हर्सिता शर्मा ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। डिवेट प्रतियोगिता में खुशी मित्तल ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व अंशुमन त्यागी ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं परी कुशवाह न तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। क्यिज प्रतियोगिता में विराट शर्मा ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व रूचि तोमर ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं एकलव्य तोमर ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया।

स्ट्रीट प्ले (नुक्कड नाटक) प्रतियोगिता में पलक जोशी ने प्रथम पुरुस्कार प्राप्त किया व दिव्यांशी तोमर ने दूसरा पुरूस्कार प्राप्त किया एवं अनुराधा शर्मा ने तीसरा पुरूस्कार प्राप्त किया। उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य प्रतियोगिताओं में सामूहिक रूप से विजयी प्रतिभागियों को पुरूस्कार एवं मेडल प्रदान किये गये।कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहन नंदा ने की तथा कार्यक्रम का संचालन राजकुमार धाकड़ ने किया कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में यशपाल लहारिया, सचिन भारती, कुरवान खॉन पठान उपस्थित थे।

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