सारंगपुर – से 13 किलोमीटर दूर ग्राम बरूखेडी में किसान मदनलाल कारपेंटर के खेत में बिजली के तार मात्र 7-8 फिट पर झूल रहे हैं जिसको लेकर किसान एक साल से परेशान हैं। स्थिति यह है कि खेत में से जहां तार निकल रहें हैं उस जगह से ट्रेक्टर से हकाई जुताई भी नहीं हो रही है किसान अपनी फसल लगाने में डर रहा है साथ ही यदि पकी फसल में कोई अनहोनी हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा किसान या बिजली विभाग।
किसान मदनलाल कारपेंटर का खेत भी विद्युत वितरण कंपनी मऊ ग्रीड से महज़ दो किलोमीटर दूर है और उनका कहना है कि मैं कई बार इसके बारे में लिखित और मौखिक रूप से विभाग को अवगत करा चुका हूं। मेरे खेत में फलों उद्यान का प्लॉट लगा है दिन रात खेत में आना जाना लगा रहता है। ऐसे में यदि ध्यान नहीं रखा तो मेरी या किसी की जान को खतरा बना रहता है।
बिजली विभाग केवल बिल के पैसे वसूल करने में सक्रिय रहते हैं लेकिन किसानों की समस्या को दूर करने में सालों लगा देते हैं।
खेत में कम से कम 500 स्कारफिट जगह बिना फसल लगाएं छोड़ने पर मजबूर हैं और इससे उसका बहुत नुक्सान हो रहा है। आपको बता दें कि ग्राम बरूखेडी में पिछले वर्ष भी बिजली के तार के कारण गांव में पचोर से आई फायर ब्रिगेड के एक कर्मचारी की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी विभाग के कानों में जूं नहीं रेंगती है।
बिजली विभाग केवल किसानों से पैसा वसूल करने में कोई देर नहीं करता है और यदि किसान न दे तो उसके उपकरणों को जब्त कर लेता है और उसकी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाही से बाज नहीं आते हैं। क्या विभाग कोई घटना अनहोनी का इंतजार कर रहा है?ग्राम बरूखेडी में पिछले वर्ष एक अनहोनी हो चुकी है और दुसरी का इंतजार कर रहा है।
किसान मदनलाल कारपेंटर का कहना है कि यदि मेरे साथ या मेरे परिवार के किसी सदस्य के साथ इन बिजली के तार से कोई अनहोनी हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा