माता के रथ को उठाकर व माता के गीतों पर नृत्य कर पूर्ण विधि विधान से की गणगौर माता की पूजा
कबीर मिशन समाचार पवन सावले
होलिका दहन के बाद से ही सनातन संस्कृति का पवित्र त्यौहार गणगौर पर्व हिन्दू संस्कृति मे अच्छे स्वास्थ्य व खुशहाली को लेकर गणगौर का पर्व हिन्दू समाज मनाता है।.जिसमें घर की मातृशक्ति बड़ी नवरात्री के प्रारम्भ होने के तीसरे दिन से तीज के अवसर पर व्रत रखकर माता गणगौर और भगवान ईश्वरदास से परिवार में खुशहाली की कामना करती हैं।
वैसे तो नवरात्री प्रारम्भ होने मे अभी समय है परन्तु नगर की प्रसिद्ध शिक्षण संस्था Rumpy Dumpy Academy की ऑनर व प्रधान श्रीमती शोभा कोठरी का कहना है की भारतीय संस्कारो मे पढ़ाई के साथ साथ बच्चो को त्योहारों के प्रति जागरूकता लाना और हमारे त्योहारों को बड़ी उत्साह के साथ मनाना यह ज्ञान भी आवश्यक है। साथ ही नवरात्री प्रारम्भ होने के बाद घरो मे परिवार जन बीजी रहते है
और बच्चे पढ़ाई मे इसलिए आज दिनांक 6 अप्रेल 2024 को प्रातः स्कूल समय पर बच्चो व टीचरर्स द्वारा स्कूल प्रांगण मे गणगौर पर्व मनाया गया।सर्व प्रथम छोटे छोटे बच्चो ने जवारे हाथ मे रखे व बालिकाओं ने पाती को हाथ मे लिया साथ ही माता गणगौर व
ईश्वर जी को टीचरों ने सर पर उठाकर ढ़ोल के साथ स्कूल प्रांगण मे भृमण करवाया।तत्पष्यत् स्कूल मे माता को तख्त पर विराजित कर विधि विधान स्वागत पुजा अर्चना की व माता के गणगौर गीत गाए उसके बाद माता गणगौर व ईश्वर जी को सर पर रखकर धार्मिक नृत्य किया।