कबीर मिशन – संतोष कुमार सोनगरा जिला ब्यूरो चीफ आगर
आगर-मालवा, 05 सितम्बर/ विद्यालय में बेहतर विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाने, बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था करवाने, गरीब बच्चों के लिए निर्धन छात्र कोष खोलने तथा विद्यालय को सुंदर और आकर्षित बनाकर बच्चों का शिक्षा के प्रति प्रेरित करने पर आगर-मालवा जिले के ग्राम सुईगांव के माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अनीता जैन वर्ष 2020 में राज्य शासन के सर्वाच्च पुरस्कार राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित की जा चुकी है। शिक्षिका द्वारा लिखी गई सक्सेस की कहानी का चयन भी राष्ट्रीय स्तर तक हुआ है।
शिक्षिका अनीता जैन बताती है कि स्व-सहायत समूह द्वारा बच्चों को कागज पर भोजन परोसा जाता था, जिससे बच्चे मध्यान्ह भोजन में रूचि नहीं लेते थे, इसके लिए पूर्व छात्रों से संपर्क किया और बच्चों के भोजन करने के लिए 100 थालियां विद्यालय के लिए मुहैया करवाई गई, पीने के पानी की व्यवस्था शाला में नहीं होने पर पालको से संपर्क किया और श्रमदान के द्वारा पंचायत की टंकी से स्कूल तक अंडरग्राउंड पाइपलाइन डलवाकर पेयजल सुविधा बच्चों के लिए की गई।
निर्धन छात्र सहायता कोष की स्थापना
शिक्षिक अनीता शर्मा द्वारा अत्यंत गरीब बच्चें अपनी कॉपी, पेन, बैग आदि खरीद सके, इसके लिए स्कूल में अत्यंत गरीब बच्चों के लिए निर्धन छात्र सहायता कोष की स्थापना की गई। जिसके तहर्त निर्धन छात्र कल्याण योजना हेतु एक बॉक्स रखा जिसमें विद्यालय में समय-समय पर आने वाले अतिथियों, जन प्रतिनिधियों के द्वारा एवं जो डुप्लीकेट अंक सूची लेने के लिए आते थे, उनसे राशि निर्धन सहायता कोष में डालने के लिए आग्रह किया गया तथा कोष की राशि का उपयोग निर्धन बच्चों के लिए किया गया। इन सभी के परिणाम स्वरूप प्राइवेट स्कूलों से ज्यादा छात्र शासकीय विद्यालय में प्रवेश लेना पसंद करते है।