नीमच मंदसौर

ऐसे कितने बेगुनाह युवकों की जिंदगी से खेल रहे थे आरक्षक चाकरे व एसआई चौहान, एक का हुआ थाना परिवर्तन तो दूसरे को किसका मिल रहा सपोर्ट

कबीर मिशन समाचार

क्या थाना परिवर्तन से सुधर जाएगा ?या ऐसे ही रुपयों के लालच में फर्जी केसों में फ़सायेगा बेहगुनाहो को

नीमच। मंदसौर सिटी कोतवाली में पदस्थ रह चुके आरक्षक रोहित चाकरे द्वारा खुद पार्टी बनकर भोलेभाले लोगों को लालच देकर फर्जी तरिके से एनडीपीएस मामलों में फसाने का काम जोरो से चल रहा था ओर यह सब हो रहा है उच्च अधिकारियों की नाक के निचे इससे ऐसा प्रतित हो रहा है कि मानो उच्च अधिकारियों ने मंदसौर सिटी कोतवाली के कर्मचारियों को मनमानी करने की खुली छूट दे रखी है। खुद पार्टी बनकर गलत तरीके से एनडीपीएस बनाने में महारथ हासिल करने वाला रोहित चाकरे चालाकी मे एडिशनल एसपी से भी तेज निकला जैसे ही चाकरे कि चाकरी के जाँच का आश्वासन पुलिस कप्तान ने दिए तुरंत एसआई जितेंद्र सिंह चौहान व रोहीत चाकरे की टीम ने मक्खन के ढाबे पर अपने गुर्गे भेजकर सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़खानी करने का भी जुर्म कर डाला। सुत्रों कि माने तो जवानों ने वहाँ स्थित लोगों को भी चमको माईसिन देते हुए सीसीटीवी फुटेज में छेड़खानी की ताकी जाँच मैं नहीं मिले सुराख व जाँच सिर्फ जाँच बनकर रह जाए पुरे मामले में जितेंद्र सिह बड़ा खिलाड़ी निकला जिसके चलते चाकरे को कोतवाली से थाना गाँधीसागर कर दिया गया और एनडीपीएस की पुरी कहानी करने वाले चाकरे का साथी चोहान अभी भी वही है चाकरे का थाना बदलने से क्या उन परिवारो को क्या फायदा जिसको गलत तरीके से फसाया गया है चाकरे का थाना बदलने से क्या वो दुध का धुला हो गया व जितेंद्र सिह पुरी तरह पाक साफ हो गया। जितेंद्र सिंह को सस्पेंड करना चाहिए ताकि बाकि जवानों को सुध मिले। लोगों को जुटे एनडीपीएस में फसाने के चर्चे लंबे समय से जिले में चर्चा का विषय बने हुए हैं अगर उच्च अधिकारी पिछले कुछ समय से कोतवाली में होने वाले एनडीपीएस की ईमानदारी से जाँच करें तो आरोपी जेल के बाहर व करता धरता जेल में रहेंगे। कोतवाली के द्वारा होने वाले एनडीपीएस के मामले पर अगर घोर किया जाए तो ड्रग के केस मे अधिकतर मामले 100 ग्राम वजन से कम मात्रा के बने हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है और अधिकतर केस 10 नंबर नाके के ही बनाये गये
है जबकी पकड़कर दुसरी जगह से लाते हैं। रोहित चाकरे से जब बात की गई तो उन्होंने पल्ला जाड़ते हुवे बोला कि में तो इस मामले में हु ही नही तो फिर चाकरे जी को थाना परिवर्तन कर गांधीसागर क्यों भेजा गया?

एनडीपीएस के नाम जुटा केस हुआ मक्खन ढाबे पर मगर बताया दस नंबरी ने दस नंबर नाके पर

यह है पूरा मामला
मंदसौर सिटी कोतवाली ने बनाया जूठा एनडीपीएस का केस परिजनों ने दिया ज्ञापन परिजनों ने बताया की हरीश कुमार पिता छगनलाल जातिप्रजापत निवासी कोटडी इस्तमुरार पुलिस थाना तहसील जीरन जिला नीमच का स्थाई निवासी होकर प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत पिता हरीश कुमार प्रजापत निवासी कोटड़ी इस्तमुरार का एक साधारण व्यक्ति होकर प्रार्थी का पुत्र किसी भी व्यक्ति से कोई विवाद का पुरानी रंजीश नहीं है उक्त व्यक्ति को दिनांक 23/07/2022 को विपक्षी रंजन नागदा को पुलिस थाना शहर कोतवाली मंदसौर द्वारा अवैध मादक पदार्थ एम.डी. ड्रग्स एन.डी.पी.एस. एक्ट में पकड़ रखा था और पुलिस वाहन में विपक्षी को बैठा रखा था । उसके बाद विपक्षी ने प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत को फोन लगाया और मक्खन ढाबे पर बुलाया तथा प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत वहा पर आया तो वहा पर पुलिस वाहन को देखा तथा प्रार्थी का पुत्र कुछ समझ नहीं पाया तभी रंजन नागदा व पुलिस जवान ने प्रार्थी के पुत्र को पकड़ लिया तथा मक्खन ढ़ाबे पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हुए है जिसमें यह सभी घटनाकम रिकोर्ड हैं मगर इन पुलिस के नुमाइंदो ने सीसीटीवी कैमरे के साथ छेड़कानी कर फुटेज डिलीट कर दी, ताकि वो साफ सुथरे रहे तथा प्रार्थी के पुत्र द्वारा पूछे जाने पर पुलिस वालों ने कुछ नहीं बताया और प्रार्थी के पुत्र व रंजन नागदा को पकड़कर वाहन में बैठाकर होटल गेहलोत ले गये जहा पर रंजन नागदा को वाहन से उतारा और विकास माली गेहलोत होटल पर पुलिस को देखकर अपना वाहन छोड़कर वहां से भाग गया । वहां पर
सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हुए है। फिर वहा से पुलिस वालों ने रंजन नागदा को वाहन में बैठाया व विकास माली की मोटरसाईकल जप्त की और पुलिस थाना शहर कोतवाली मंदसौर ले आए तथा प्रार्थी व रंजन नागदा को शाम तक बंधी बनाकर रखा था ।
पुलिस द्वारा रंजन नागदा को छोड़ दिया और प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत के विरूद्ध अवैध मादक पदार्थ एम.डी. में एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत 458/2022 की धारा 8 / 22.29 का झूठा प्रकरण बना दिया और विपक्षी रंजन नागदा को पुलिस वालों ने छोड़ दिया ओर प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत को आरोपी बना दिया गया परिजनों ने बताया कि हमारा बेटे का किसी प्रकार से उक्त प्रकरण में कोई रोल नहीं है । हमारा पुत्र निर्दोष है और मुख्य आरोपी रंजन नागदा बाहर घुम रहा है और एक आरोपी विकास माली निवासी तालखेडा फरार है और जप्त वाहन बिना नंबर की गाड़ी निले काले रंग की विकास माली की है जबकि निलेश प्रजापत का उक्त हिरो स्ट्रीम मोटरसाईकल प्रकरण में किसी प्रकार से कोई रोल नहीं होकर निलेश प्रजापत निर्दोश है तथा निलेश प्रजापत को झूठा फसाया गया है । उक्त घटना दिनांक 23/07/2022 को रंजन नागदा व पुलिस कर्मचारी जो शहर कोतवाली मंदसौर पर पदस्थ होकर उक्त दिनांक को दोनों ने मक्खन ढ़ाबा पर खाना खाने के बहाने बुलाकर झुठा प्रकरण दर्ज करवा कर मुख्य आरोपी बना दिया , जबकि निलेश के पास से कोई भी मादक पदार्थ नही मिला था। जबकि मुख्य आरोपी रंजन नागदा एवं वाहन मालिक विकास माली है व रंजन नागदा द्वारा प्रार्थी के पुत्र निलेश प्रजापत को धोखे से मक्खन ढ़ाबे पर बुलाकर रंजन नागदा ने निलेश प्रजापत को झूठे प्रकरण में फसाया गया व पुलिस द्वारा निलेश प्रजापत के विरुद्ध एम.डी. एन.डी.पी.एस. एक्त के तहत झूठा प्रकरण दर्ज किया गया जिसको लेकर परिजनो ने मंदसौर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन दिया व बनाये गये फर्जी केस से निलेश को बाहर निकालने की मांग की गई।

इनका कहना- इस विषय मे उच्च अधिकारियों की बाइट लो। में इस मामले में नही हु।
आरक्षक रोहित चाकरे, शहर कोतवाली मंदसौर

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